वांग यी: जापान के हमले के इतिहास को कभी भी दोहराने की इजाज़त नहीं देनी चाहिए

(CRI)13:48:09 2025-12-17

12 से 16 दिसंबर तक, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश मंत्री वांग यी ने संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और जॉर्डन का दौरा किया । यात्रा के बाद, चीनी मीडिया द्वारा उनका साक्षात्कार लिया गया ।

रिपोर्टर: इस यात्रा के दौरान तीनों देशों ने एक-चीन सिद्धांत का पालन करने और राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में चीन का मजबूती से समर्थन करने पर जोर दिया । यह बहुत कम देशों के गलत कामों के विपरीत है। चीन इसे कैसे देखता है?

वांग यी: यात्रा के दौरान, मैंने थाईवान सवाल के ऐतिहासिक तथ्यों और कानूनी सिद्धांतों को तीन देशों के सामने पेश किया,और कहा कि चीन थाईवान सवाल पर चीन के आंतरिक मामलों में वर्तमान जापानी नेताओं के हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करता है । तीनों देशों ने एक-चीन सिद्धांत का पालन करने, चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में उसका मज़बूत समर्थन करने, और चीन के राष्ट्रीय एकीकरण के लिए अपना समर्थन दोहराया।

अपने खास हितों की रक्षा में एक-दूसरे का आपसी समर्थन ही चीन-अरब दोस्ती की ऐतिहासिक बुनियाद और राजनीतिक आधार है। चीनी देश की तरह, अरब लोगों ने भी गुलामी और ज़ुल्म झेले हैं, और इसलिए वे चीन के अनुभव से हमदर्दी रख सकते हैं। थाईवान सवाल पर चीन की सही राय के लिए अरब का समर्थन भी अंतरराष्ट्रीय रिश्तों के बुनियादी नियमों का बचाव है, जिससे यह साबित होता है कि एक-चीन का सिद्धांत लोगों के दिलों में गहराई से बसा हुआ है।

इस साल जापानी हमले के खिलाफ चीनी लोगों के विरोध के युद्ध और दुनिया के एंटी-फ़ासिस्ट युद्ध की जीत की 80वीं सालगिरह है। उस समय, जापानी सेना ने तथाकथित "अस्तित्व के संकट" के बहाने खुलेआम हमला करने की जंग शुरू की थी। यह ऐतिहासिक सबक कभी नहीं दोहराया जाना चाहिए। दुनिया के सभी देश जो शांति चाहते हैं, उन्हें सैन्यवाद और फासीवादी ताकतों के बढ़ने से बहुत सावधान रहना चाहिए, और औपनिवेशिक हमले के लिए शब्द या काम को सख्ती से रोकना चाहिए।