चीन जापान द्वारा प्रमुख मुद्दों पर संघर्ष के बीज बोने का कड़ा विरोध करता है

(CRI)09:51:04 2025-12-17

16 दिसंबर को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता क्वो च्याखुन ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान एक रिपोर्टर ने पूछा कि 15 दिसंबर को जापानी संसद की बैठक में, जापानी विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोटेगी ने थाइवान मुद्दे पर कहा कि जापान सरकार चीन सरकार के रुख का सम्मान करती है और उसे समझती है, साथ ही पॉट्सडैम घोषणा के अनुच्छेद 8 का पालन करती है। जापानी प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची ने कहा कि थाइवान मुद्दे पर जापान का निरंतर रुख संवाद के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद करना है। इस पर चीन की क्या टिप्पणी है?

इसके जवाब में प्रवक्ता क्वो च्याखुन ने कहा कि हमने गौर किया है कि जापानी विदेश मंत्री ने कल थाइवान मुद्दे से संबंधित चीन-जापान संयुक्त वक्तव्य के कुछ बिंदुओं और पॉट्सडैम घोषणा के अनुच्छेद 8 का पालन करने का रुख दोहराया। हालांकि, हम यह भी ध्यान देते हैं कि जापानी पक्ष ने चीन-जापान संयुक्त वक्तव्य के महत्वपूर्ण प्रावधानों को नहीं दोहराया, जैसे कि " चीन लोक गणराज्य की सरकार चीन की एकमात्र कानूनी सरकार है" और "थाइवान चीन लोक गणराज्य के भूभाग का एक अविभाज्य हिस्सा है।" जापान के हालिया बयानों से स्पष्ट है कि वह प्रमुख मुद्दों पर मतभेद पैदा करने और जनता को गुमराह करके बच निकलने की कोशिश कर रहा है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।

रिपोर्टों के अनुसार, जब थाइवान के विदेश मामलों के अधिकारी लिन चिया-लुंग से पूछा गया कि चीन की मुख्य भूमि के साथ प्रतिस्पर्धा के बावजूद थाइवान और होंडुरास के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को कैसे बनाए रखा जाए, तो उन्होंने कहा, "थाइवान विश्वास और समृद्धि पर आधारित संबंध बना रहा है।"

इसकी चर्चा में क्वो च्याखुन ने कहा कि थाइवान के अधिकारियों ने "विश्वास" और "समृद्धि" की आड़ में "डॉलर कूटनीति" का दुरुपयोग किया है, जो न तो उनकी "स्वतंत्रता" के लक्ष्य को छिपा सकती है और न ही थाइवान द्वीप के जनमत और लोगों को धोखा दे सकती है। "थाइवान स्वतंत्रता" समर्थक ताकतें और डीपीपी सरकार इतिहास की धारा के विपरीत जा रही हैं और उनकी विफलता निश्चित है।