भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंचा

चित्र VCG से है
भारतीय रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पहली बार 90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से नीचे गिर गया, जो एक नया ऐतिहासिक निचला स्तर है।
इस दिन, रुपये में तेज गिरावट के प्रभाव से, भारत के प्रमुख शेयर सूचकांक Nifty 50 इंडेक्स 26,000 अंक के स्तर से नीचे चला गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स भी बुधवार सुबह के कारोबार में लगभग 200 अंक गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताओं में अनिश्चितता, रुपये पर दबाव का एक प्रमुख कारण है। अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का संचयी दर 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जबकि दोनों पक्षों के बीच व्यापार वार्ता धीमी गति से आगे बढ़ रही है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनिमय दर को स्थिर रखने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए जाने से बाजार में रुपये के कमजोर होने की चिंता बढ़ गई है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, भारत पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक्स, उर्वरक जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं के लिए आयात पर निर्भर है। रुपये की कमजोरी से इन वस्तुओं की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, जिसका सीधा असर देश की आम जनता के जीवन पर पड़ेगा।