जापान के अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती देने का डटकर विरोध करता है चीन: चीनी विदेश मंत्रालय

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिनच्येन ने 2 दिसंबर को नियमित प्रेस वार्ता में सम्बंधित सवाल के जवाब में बताया कि संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी प्रतिनिधि मंडल ने फिर यूएन महासचिव को पत्र सौंपा है, जिसमें चीन का गंभीर रुख दोहराया गया है। चीन जापान द्वारा ऐतिहासिक धारा के विपरीत दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती देने और सैन्यवाद बहाल करने का डटकर विरोध करता है।
प्रवक्ता ने कहा कि जापानी प्रधान मंत्री साने ताकाइची के थाईवान सम्बंधी कथन ने खुलेआम दूसरे विश्व युद्ध की विजय उपलब्धि और युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दी और यूएन चार्टर के वसूलों और सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन किया है। चीन ने जो यूएन महासचिव को पत्र भेजकर अपने रुख का व्याखान किया, वह एकदम ज़रूरी है।
लिन च्येन ने कहा कि थाईवान चीन की भूमि है। थाईवान मामले को कैसे सुलझाना है, यह चीनी लोगों की ज़िम्मेदारी है, जिसमें बाहरी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जाती है।
लिन च्येन ने बल दिया कि चीन फिर जापान से आत्म निरीक्षण कर अपनी गलती ठीक करने और पराजित देश का कर्तव्य लागू कर ठोस कदमों से चीन तथा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रति दिये गये वादे का पालन करने और फिर से विश्वासघात नहीं करने का अनुरोध करता है।