चीन में एचआईवी/एड्स नियंत्रण के उल्लेखनीय परिणाम
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर चीनी राष्ट्रीय रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चीन ने रक्त आधान के माध्यम से एचआईवी संचरण को लगभग पूरी तरह रोक लिया है। इसके साथ ही, माँ से बच्चे में संक्रमण और इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाओं के उपयोग से संक्रमण के प्रसार को भी प्रभावी रूप से नियंत्रित किया गया है। वर्तमान में चीन में एचआईवी से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान दर लगातार बढ़ रही है, जबकि उपचार कवरेज और वायरल दमन दर दोनों 95 प्रतिशत से अधिक हो चुकी हैं।
यह वर्ष चीन में एचआईवी/एड्स की रोकथाम और नियंत्रण कार्य की शुरुआत का 40वाँ वर्ष भी है। चीन CDC के उपनिदेशक श्या कांग ने बताया कि पिछले चार दशकों में देश की एचआईवी/एड्स रोकथाम और नियंत्रण प्रणाली लगातार सुदृढ़ हुई है। तकनीकी साधनों और रणनीतियों में सतत नवाचार हुआ है, और रोकथाम एवं उपचार सेवाओं तक पहुँच एवं उनकी सुविधा में उल्लेखनीय विस्तार हुआ है। इसके परिणामस्वरूप, एचआईवी/एड्स महामारी को चीन में कम प्रसार स्तर पर प्रभावी ढंग से नियंत्रित रखा गया है।
श्या कांग ने साथ ही यह भी कहा कि चीन में एचआईवी/एड्स की रोकथाम और नियंत्रण की स्थिति अब भी जटिल बनी हुई है। वर्तमान में 98 प्रतिशत से अधिक संक्रमण यौन संपर्क के माध्यम से फैल रहे हैं, जिससे यह संक्रमण गुप्त रूप से फैलता है और नियंत्रण के लिए चुनौतीपूर्ण सिद्ध होता है। इसके अलावा, कुछ लोगों में स्वैच्छिक एचआईवी परीक्षण की जागरूकता की कमी है, और जो लोग संक्रमित पाए जाते हैं, उनमें से कुछ उपचार का पूरा पालन नहीं करते। ऐसे में रोकथाम और उपचार प्रयासों को और मज़बूत करने की आवश्यकता बनी हुई है।
देश की 15वीं पंचवर्षीय योजना में जनस्वास्थ्य क्षमताओं के सुदृढ़ीकरण, रोग नियंत्रण प्रणाली को मज़बूत करने और प्रमुख संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण को प्राथमिकता देने की बात स्पष्ट की गई है। इसी के अनुरूप तैयार की गई “चीन की एचआईवी/एड्स रोकथाम और नियंत्रण योजना (2024–2030)” का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक समग्र संक्रमण दर को 0.2 प्रतिशत से नीचे लाया जाए तथा एचआईवी/एड्स से पीड़ित और अपनी स्थिति से अवगत लोगों का अनुपात 95 प्रतिशत से अधिक तक पहुँचाया जाए।