चीनी विदेश मंत्री और अरब लीग के महासचिव के बीच मुलाकात

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को देश की राजधानी पेइचिंग में अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ग़ैत के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की। इस उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने चीन-अरब संबंधों को प्रगाढ़ बनाने, महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और साझा हितों से जुड़े विषयों पर व्यापक एवं गहन चर्चा की।
वार्ता के दौरान विदेश मंत्री वांग यी ने स्पष्ट किया कि चीन अरब देशों द्वारा बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करने, अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुरूप विकास का मार्ग चुनने, रणनीतिक स्वायत्तता को मज़बूत करने और अपने भविष्य व नियति का निर्धारण स्वयं करने के प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता है। उन्होंने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि चीन कभी भी अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता और न ही किसी भी प्रकार की भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में शामिल होता है।
चीन-अरब सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य साझा विकास और साझी समृद्धि प्राप्त करना है, जिससे सभी राष्ट्रों का आधुनिकीकरण सुनिश्चित हो सके। वांग यी के अनुसार, अगले वर्ष चीन और अरब देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चीन में "दूसरा चीन-अरब शिखर सम्मेलन" आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन द्विपक्षीय संबंधों के इतिहास में एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।
वहीं, महासचिव अहमद अबुल ग़ैत ने इस बैठक को ऐतिहासिक महत्व का बताते हुए कहा कि अरब पक्ष अगले वर्ष होने वाले चीन-अरब शिखर सम्मेलन की तैयारियों के लिए चीन के साथ मिलकर कार्य करने और द्विपक्षीय संबंधों के लिए व्यापक संभावनाएं खोलने का इच्छुक है। उन्होंने फ़िलिस्तीन मुद्दे पर न्यायसंगत रुख़ अपनाने के लिए चीन की सराहना की और कहा कि अरब पक्ष चीन द्वारा बहुपक्षवाद को दिए जा रहे समर्थन को अत्यधिक महत्व देता है।