उच्च पर्वतीय क्षेत्र में विद्युत सेवा केंद्र का शुभारंभ, ग्रिड-आधारित सेवाओं से पठारी जीवन रोशन

चित्र VCG से है
“गाँव जिला मुख्यालय से 170 किलोमीटर से भी अधिक दूर है। पहले बिजली से संबंधित किसी भी कार्य के लिए आने-जाने में आधा दिन लग जाता था, लेकिन अब सेवा घर तक पहुँच रही है—बेहद सुविधाजनक हो गया है!” शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के शानान शहर, लांगकाज़ी काउंटी के पुमाजियांगटांग प्रखंड के साचांग गाँव के पार्टी शाखा सचिव सोरांग त्सेरिंग की यह अनुभूति स्थानीय लोगों की साझा भावना को बयां करती है। हाल ही में, चीन की स्टेट ग्रिड विद्युत आपूर्ति कंपनी (शानान शाखा) से मिली जानकारी के अनुसार, पुमाजियांगटांग प्रखंड में विद्युत सेवा केंद्र का औपचारिक उद्घाटन हो गया है, और अब यह केंद्र विश्व के सबसे ऊँचे प्रशासनिक प्रखंड (लगभग 5373 मीटर) में ग्रामीण जीवन और पुनरुद्धार के लिए निरंतर और सशक्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
यह विद्युत सेवा केंद्र, जो माउंट एवरेस्ट बेस कैंप से 200 मीटर ऊँचा है, 7 प्रशासनिक गाँवों, 1114 लोगों और 419 घरों व व्यावसायिक इकाइयों को अपनी सेवा प्रदान करता है। ऊँचाई वाले और दूरदराज़ क्षेत्रों में विद्युत सेवा नेटवर्क का यह महत्वपूर्ण विस्तार “दूरदराज़ क्षेत्रों में कार्य करना कठिन” की समस्या को समाप्त करता है और पूरा चेन-आधारित ‘वन-स्टॉप’ विद्युत समाधान उपलब्ध कराता है। साधारण सेवाओं जैसे विद्युत परामर्श, बिजली बिल भुगतान से लेकर सुरक्षित विद्युत उपयोग प्रशिक्षण, विद्युत उपकरणों की जोखिम जाँच जैसी अतिरिक्त सेवाएँ भी प्रदान की जाती हैं, ताकि लोग गाँव से बाहर जाए बिना अपने सभी विद्युत संबंधी कार्य सहजता से निपटा सकें। सेवा केंद्र के प्रमुख बसांग त्सेरिंग ने बताया, “जब हमें ग्रामीणों की समस्या की जानकारी मिलती है, हम भूगोल के अनुसार नेटवर्क प्रबंधकों को सटीक रूप से नियुक्त करते हैं। इसके कारण विद्युत सेवा का औसत प्रतिक्रिया समय पहले की तुलना में 2 घंटे कम हो गया है। इससे वास्तव में ‘ऊँचाई की दूरी सेवा में बाधा नहीं बनती’ का सिद्धांत लागू हुआ है।”
पुमाजियांगटांग विद्युत सेवा केंद्र की स्थापना, स्टेट ग्रिड शीत्सांग इलेक्ट्रिक कंपनी, शानन विद्युत आपूर्ति शाखा द्वारा संबंधित नीतियों के लागूकरण और शासन प्रणाली व क्षमता के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने का जीवंत उदाहरण है। चरवाहों के स्थायी आवासों में, नेटवर्क कर्मचारी बुजुर्गों को मोबाइल से बिल जमा करना प्रत्यक्ष रूप से सिखाते हैं, जबकि खेतों और सिंचाई क्षेत्रों में नेटवर्क प्रबंधक सक्रिय होकर सिंचाई उपकरणों की विद्युत सुरक्षा जांच करते हैं। इसके अलावा, एकाकी बुजुर्गों और विशेष रोगग्रस्त लोगों के लिए सेवा केंद्र ने ‘सक्रिय संवाद – सक्रिय संग्रह – सक्रिय संवेदन – सक्रिय विश्लेषण – सक्रिय प्रतिक्रिया’ के पाँच-सक्रिय सेवा तंत्र की स्थापना की है, और इसके तहत अनुकूलित देखभाल सेवा पैकेज भी पेश किए गए हैं।
आजकल, नेटवर्क प्रबंधक मोटरसाइकिल चलाते हुए पठारी गाँवों के बीच सफर करते हैं, और उनके साथ ले जाने वाले उपकरण और सेवा कार्ड विद्युतकर्मियों की सहानुभूति और जिम्मेदारी को दर्शाते हैं। जब बुजुर्ग महिलाएँ मुस्कुराते हुए अपने घर में बिजली की रोशनी जलाती हैं, और खेतों में सिंचाई पंप सुचारू रूप से चलकर फसल की सुरक्षा सुनिश्चित करते है, तो यह ‘जीवन निषिद्ध क्षेत्र’ में गहराई तक पहुँच चुकी विद्युत सेवा अपनी और अधिक गर्मजोशी, कुशलता और सटीकता के साथ पठारी लोगों के जीवन स्तर सुधार और ग्रामीण पुनर्जीवन को सहारा दे रही है।