शीत्सांग के पहले सौर तापीय विद्युत संयंत्र के ऊष्मा-अवशोषक टॉवर का शिखर-स्थापना कार्य पूरा हुआ
15 नवंबर को शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के नाछ्य्वी शहर की आंत्वो काउंटी के थुरो गाँव में बन रही “100 मेगावाट सौर तापीय + 800 मेगावाट फ़ोटोवोल्टिक” एकीकृत परियोजना ने एक अहम पड़ाव पार किया। परियोजना के मुख्य ढाँचे, ऊष्मा-अवशोषक टॉवर, का शिखर-स्थापना कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो गया।
185 मीटर ऊँचा यह टॉवर समुद्र सतह से 4,650 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। निर्माण कार्य 26 मार्च को शुरू हुआ था और 15 नवंबर को टॉवर का शिखर-स्थापना कार्य पूरा हुआ। कुल 233 दिनों की अवधि में यह चरण पूरा कर परियोजना ने इस ऊँचाई पर सबसे कम समय में ऊष्मा-अवशोषण टॉवर निर्माण का रिकॉर्ड भी बना दिया।
टॉवर के आसपास लगभग 16,000 हेलियोस्टैट लगाए जा रहे हैं, जिनका कुल प्रकाश-संग्रहण क्षेत्र 8 लाख वर्ग मीटर से अधिक है। परियोजना अगले साल मार्च तक पूर्ण रूप से आकार लेगी, जबकि टॉवर के शीर्ष पर ऊष्मा-अवशोषक इकाई को अप्रैल में स्थापित करने की योजना है।
यह संयंत्र तिब्बत की “14वीं पंचवर्षीय योजना” (2021–2025) में शामिल एक प्रमुख ऊर्जा परियोजना है। इसे अक्टूबर 2026 में संचालन में लाया जाना प्रस्तावित है। सौर तापीय परियोजना तिब्बत की पहली टॉवर आधारित सौर तापीय विद्युत परियोजना है और अपनी अत्यधिक ऊँचाई वाली भौगोलिक स्थिति के कारण यह दुनिया का सबसे ऊँचाई वाला टॉवर सौर तापीय विद्युत संयंत्र बन गया है।