मौसमी बिक्री से वार्षिक आय तक, यहाँ के छोटे चकोतरे बने "सोने की खान"

20वीं सदी के 80 के दशक में, चीन के ग्वांगडोंग प्रांत के मेइझोउ ने "पहाड़ों को जोतकर समृद्ध बनो और विकास की दिशा अपनाओ" का नारा दिया और ग्रामीणों को "जिनयू" (स्वर्ण-चकोतरा) की खेती के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद नानफू गाँव में बड़े पैमाने पर इसकी खेती शुरू हुई।
मेइझोउ का अधिकांश इलाका पहाड़ी और तराई वाला है, इसलिए चकोतरा कटाई का मौसम अक्सर चकोतरा किसानों के लिए "सबसे कठिन समय" भी होता है। चकोतरे की उच्च पैदावार के कारण उन्हें ले जाना हमेशा एक बड़ी चुनौती रही है। किसान हुआंग होंग स्मरण करते हैं: "पहले हमें टोकरी पीठ पर लादकर ढोनी पड़ती थी, रात को कंधों में इतना दर्द होता कि नींद नहीं आती थी।" अब हालात बदल चुके हैं, अब पूरे टोकरे लेकर उड़ते हुए ड्रोन सर के ऊपर से गूंजते हुए निकल जाते हैं। एक बार में 300 किलो से अधिक चकोतर ढोने वाली पहाड़ी ट्रैक-कारें लगातार चक्कर लगाकर फलों को नीचे पहुंचाती हैं।
पिछले दो वर्षों में चकोतरा बागान और अधिक तकनीकी-सक्षम बन गए हैं। स्मार्ट सेंसर अब मिट्टी की नमी, तापमान और मौसम संबंधी आंकड़े वास्तविक समय में जुटाते हैं और सिंचाई व खाद देने का समय स्वतः संकेत देते हैं। स्मार्ट कीट-निगरानी लैंप 24 घंटे स्वतः कीटों की स्थिति पर नज़र रखते हैं, जिससे समय रहते रोकथाम संभव होती है और वैज्ञानिक ढंग से कीटनाशक दवा का उपयोग किया जा सकता है।

हाल के वर्षों में, मेइझोउ ने किसानों तक आधुनिक कृषि तकनीक पहुँचाने के लिए विशेषज्ञों की टीमों को ग्रामीण इलाकों में भेजा जा रहा है। मिट्टी परीक्षण पर आधारित उर्वरक सामग्री, वैज्ञानिक पोषण प्रबंधन, कीटों-रोगों की हरित रोकथाम, तथा वायरस-मुक्त पौधों की खेती करने जैसी उन्नत कृषि तकनीकों का प्रसार किया जा रहा है, ताकि "जिनयू"(स्वर्ण-चकोतरा) की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके।
2024 में मेइझोउ शहर में चकोतरा की पूरी उद्योग श्रृंखला का उत्पादन मूल्य 8.9 अरब युआन से भी आगे निकल गया, जिससे 1 लाख से अधिक किसानों की आय में वृद्धि हुई और उन्हें समृद्ध बनने में मदद मिली। नानफू गाँव में 450 परिवार ‘जिनयू’ (स्वर्ण-चकोतरा) की खेती करते हैं, और 5,000 से अधिक मू क्षेत्र में इसकी बागवानी की जाती है, इससे गाँव की वार्षिक कुल आय 50 मिलियन युआन से अधिक पहुंच गई है। गाँव के पार्टी शाखा सचिव हुआंग काइझी के अनुसार, जिनयू जैसी ग्रामीण विशेष उद्योग की बदौलत नानफू गाँव को ग्वांगडोंग प्रांत के "टाउनशिप और ग्राम उच्च-गुणवत्ता विकास परियोजना" के उदाहरण के रूप में चुना गया है।