शी चिनफिंग और रूसी प्रधानमंत्री की मुलाकात

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 4 नवंबर को पेइचिंग में रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल व्लादिमीरोविच मिशुस्टिन के साथ मुलाकात की।
इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि इस साल चीन-रूस संबंध जटिल बाहरी वातावरण में मजबूती से आगे बढ़े। वर्तमान चीन-रूस संबंधों की रक्षा और विकास करना दोनों देशों की रणनीतिक चुनाव है। मैंने राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ मास्को और पेइचिंग में दो बार मुलाकात की। हमने चीन-रूस संबंधों में मौजूद रणनीतिक व समग्र मुद्दों पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया और नई योजना बनाई। दोनों पक्षों को घनिष्ठ समन्वय कायम रहते हुए मैं और राष्ट्रपति पुतिन के साथ संपन्न अहम सहमतियों का अच्छे से कार्यान्वयन करना होगा।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों को पारस्परिक निवेश का लगातार विस्तार करने के साथ ऊर्जा, अंतःसंबधन, कृषि व एयरोस्पेस आदि पारंपरिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना होगा। दोनों पक्षों को एआई, डिजिटल अर्थव्यवस्था और हरित विकास जैसे नए व्यवसायों में सहयोग की निहित शक्ति का पता लगाकर सहयोग की नई वृद्धि बनानी होगी। दोनों पक्षों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान घनिष्ठ बनाकर अधिकाधिक लोगों को चीन-रूस मैत्रीपूर्ण सहयोग में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।
शी चिनफिंग ने कहा कि कुछ समय पहले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 20वीं केंद्रीय समिति के चौथे पूर्णाधिवेशन में 15वीं पंचवर्षीय योजना पारित की गई। इसमें आने वाले पांच सालों में चीन के आर्थिक और व्यापारिक विकास के लिए शीर्ष-स्तरीय डिज़ाइन और रणनीतिक योजना बनाई गई। चीन व्यापक रूप से चीनी शैली का आधुनिकीकरण बढ़ाएगा, अविचल रूप से उच्च गुणवत्ता वाला आर्थिक व व्यापारिक विकास बढ़ाएगा और उच्च स्तरीय खुलेपन का विस्तार करेगा। चीन अपनी 15वीं पंचवर्षीय योजना को रूस की विकास रणनीति के साथ जुड़ाव बढ़ाने में रूस के साथ प्रयास करना चाहता है, ताकि दोनों देशों के लोगों को लाभ मिल सके।
वहीं, मिशुस्टिन ने शी चिनफिंग तक पुतिन का स्नेहपूण अभिवादन पहुंचाया। मिशुस्टिन ने कहा कि रूस चीन के साथ नेताओं के बीच संपन्न अहम सहमतियों का कार्यान्वयन कर अर्थव्यवस्था, व्यापार, तकनीक, ऊर्जा, कृषि और डिजिटल अर्थव्यवस्था आदि क्षेत्रों में सहयोग गहराना चाहता है। इसके साथ रूस चीन के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान घनिष्ठ बनाकर बहुपक्षीय समन्वय मजबूत करना चाहता है, ताकि द्विपक्षीय सहयोग में और अधिक उपलब्धियां हासिल हो सके।