वृद्धावस्था जीवन अब और भी आनंदमय — अली क्षेत्र के वृद्धजन दिवा-देखभाल केंद्र की झलक


चित्र शीत्सांग दैनिक से है

28 अक्तूबर की सुबह 11 बजे, चोंगयांग पर्व की पूर्व संध्या पर, पत्रकारों ने शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के आली क्षेत्र के वृद्धजन दिवा-देखभाल केंद्र का दौरा किया।

जैसे ही पत्रकार गतिविधि कक्ष के द्वार पर पहुँचे, सामने से हँसी-ठहाकों की गूँज सुनाई दी। लकड़ी के कटोरे से टकराते पासों की टिक-टिक आवाज़ के बीच, कुछ बुज़ुर्ग बड़ी उत्सुकता और प्रसन्नता से पासा खेलने में मग्न थे।


 चित्र शीत्सांग दैनिक से है

अली क्षेत्र के वृद्धजन दिवा-देखभाल केंद्र की प्रभारी पासांग लुओचन ने पत्रकारों को बताते हुए कहा कि— “हमारे यहाँ आने वाले बुजुर्ग मुख्यतः शिछुएनहे नगर के शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। सभी जानते हैं कि हमारा दिवा-देखभाल केंद्र जनता के लिए निःशुल्क खुला है। यहाँ प्रतिदिन वे भोजन करते हैं, व्यायाम करते हैं, शतरंज खेलते हैं और गीत-संगीत का आनंद लेते हैं।

68 वर्षीय बंडन दोर्जी यहाँ के नियमित आगंतुक हैं, और वृद्धजन दिवा-देखभाल केंद्र उनके सामान्य गतिविधि स्थलों में से एक है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया, “मेरा बेटा ज़ादा काउंटी में नौकरी करता है, घर में केवल मेरी बूढ़ी माँ, मेरी पत्नी और मैं ही हूँ। वृद्धजन दिवा-देखभाल केंद्र होने की वजह से हम न केवल यहाँ भोजन कर सकते हैं और पुराने दोस्तों से मिल सकते हैं, बल्कि जब स्वास्थ्य ठीक न हो, तब यहाँ के स्टाफ की मदद से इलाज या दवा भी प्राप्त कर सकते हैं।”

वृद्धजन सेवा मॉडल को सुदृढ़ और व्यवस्थित बनाने तथा बुज़ुर्गों के जीवन स्तर को लगातार बेहतर बनाने के उद्देश्य से, इस केंद्र ने अपनी कार्यप्रणाली के अनुसार गतिविधि कक्ष, विश्राम कक्ष, मालिश कक्ष, जिम, फिल्म-प्रदर्शन कक्ष आदि को सुव्यवस्थित रूप से विभाजित किया है। इसके साथ ही, सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएँ और उपकरण उपलब्ध करवाई हैं, जो बुज़ुर्गों की बहुस्तरीय, विविध और विभिन्न स्वरूपों वाली सेवा आवश्यकताओं को पूर्ण रूप से पूरा करते हैं।

दिवा-देखभाल केंद्र के स्टाफ गेसांग जियांगचाई ने बताया कि उन्होंने अपने दैनिक कार्यों को वृद्धजन के सामुदायिक जीवन में शामिल कर दिया है, जिससे स्थानीयकृत वृद्धजन सेवा को बढ़ावा मिला है। उन्होंने नृत्य, हस्तकला आदि के पाठ्यक्रम आरंभ किए हैं और नियमित रूप से कैलिग्राफी और चित्रकला, स्वास्थ्य जांच शिविर, ज्ञानवर्धक व्याख्यान जैसी थीम आधारित गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।

आजकल, अली क्षेत्र में इस तरह के वृद्धजन दिवा-देखभाल केन्द्रों की संख्या तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे न केवल बुजुर्गों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो रहा है, बल्कि समुदाय के दैनिक प्रबंधन और सेवा में भी अधिक सुविधा प्रदान हो रही है, जिससे बुजुर्ग अपने घर के पास ही सुविधाजनक और त्वरित सामुदायिक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।