शीत्सांग के स्वच्छ ऊर्जा संसाधन चीन में अग्रणी
29 अक्तूबर को चीन के शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के न्यिंगची शहर में 2025 चीन शीत्सांग विकास मंच का आयोजन हुआ। इस अवसर पर चीनी इंजीनियरिंग अकादमी के शिक्षाविद और शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश भूविज्ञान एवं खनिज संसाधन अन्वेषण एवं विकास ब्यूरो के मुख्य अभियंता डोर्ची ने कहा कि शीत्सांग स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों से अत्यंत समृद्ध है। इनमें जलविद्युत, सौर ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा और पवन ऊर्जा प्रमुख हैं।
उनके अनुसार, शीत्सांग की सैद्धांतिक जलविद्युत क्षमता 21 करोड़ किलोवाट है, जिससे प्रति वर्ष 18 खरब 40 अरब किलोवाट-घंटा विद्युत उत्पादन संभव है। तकनीकी तौर पर दोहन योग्य स्थापित क्षमता 17 करोड़ 60 लाख किलोवाट और औसत वार्षिक विद्युत उत्पादन लगभग 8 खरब किलोवाट-घंटा है, जो देश की कुल क्षमता का लगभग 26 प्रतिशत है। इसके साथ ही, शीत्सांग का लगभग 98 प्रतिशत क्षेत्र सौर ऊर्जा संसाधनों से परिपूर्ण है, जहाँ वार्षिक सौर विकिरण 6,000 से 8,000 मेगाजूल प्रति वर्ग मीटर तक पहुँचता है, जो इस क्षेत्र को पूरे देश में सर्वाधिक समृद्ध सौर ऊर्जा भंडार वाला बनाता है।
डोर्ची ने आगे बताया कि भूतापीय ऊर्जा भी शीत्सांग की प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा संपदाओं में से एक है। पूरे शीत्सांग के क्षेत्र में 700 से अधिक प्राकृतिक गर्म जल स्रोत मौजूद हैं और उच्च तापमान वाले भूतापीय संसाधनों का हिस्सा देश के कुल भंडार का 80 प्रतिशत से अधिक है। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 तक यांगपाचिंग भूतापीय विद्युत स्टेशन ने 3.5 अरब किलोवाट-घंटे से अधिक बिजली का उत्पादन किया, जिससे 10 लाख टन से अधिक मानक कोयले की बचत हुई और 40 लाख टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आई। यह विद्युत स्टेशन औसतन प्रतिवर्ष 8,000 घंटे से अधिक समय तक संचालित रहा और अधिकतम 8,500 घंटे तक पहुँचा, जिससे ल्हासा क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण में इसे महत्वपूर्ण योगदान मिला।
डोर्ची ने यह भी उल्लेख किया कि शीत्सांग ने जलविद्युत को आधार बनाते हुए एक समग्र ऊर्जा प्रणाली का निर्माण किया है, जिसे सौर, पवन और भूतापीय ऊर्जा से सुदृढ़ किया गया है। इसके अलावा, अन्य प्रांतों और शहरों के पावर ग्रिडों के साथ पारस्परिक संपर्क भी स्थापित किया गया है। आज स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा न केवल शीत्सांग के सबसे प्रतिस्पर्धी उद्योगों में से एक बन चुकी है, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों के उत्पादन और जीवनशैली में व्यापक परिवर्तन भी ला रही है।