“विद्युत आकाश मार्ग” 2.0 संस्करण से विद्युत पारेषण क्षमता दोगुनी
28 तारीख को, छिंहाई–शीत्सांग डायरेक्ट करंट सेकंड फेज़ विस्तार परियोजना ने एक महीने के सफल संचालन की पूर्णिमा मनाई। इस विस्तार के साथ “विद्युत आकाश मार्ग” 2.0 संस्करण में परिवर्तित हुआ और इसकी विद्युत पारेषण क्षमता 6 लाख किलोवाट से उछलकर 12 लाख किलोवाट पर जा पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार, इस परियोजना के एक महीने के संचालन में 37 करोड़ किलोवाट-घंटा विद्युत पारेषण की कुल आपूर्ति हुई, जो 2024 की समान अवधि की तुलना में 62.8 प्रतिशत अधिक है। इस परियोजना ने शीत्सांग के आर्थिक और सामाज की उच्च गुणवत्ता वाले विकास के आधार पर मजबूत ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित किया, फलस्वरूप शीत्सांग की स्वच्छ ऊर्जा के बड़े पैमाने पर निर्यात तथा छिंहाई–शीत्सांग दोनों प्रदेशों में हरित, कम-कार्बन विकास के सहयोगात्मक प्रयासों को नई गति मिली है। इसके आधार पर चीन के उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम विद्युत ग्रिड के बीच द्वि-दिशात्मक लचीला पारस्पारिक सहायता व जल-सौर पूरकता को प्ररित किया है।
छिंगहाई–शीत्सांग विद्युत नेटवर्क परियोजना, चीन की शीत्सांग में प्रवेश करने वाली पहली “विद्युत आकाश मार्ग” है, जो पूर्व में छिंगहाई के शीनिंग , पश्चिम में शीत्सांग के ल्हासा तक फैली हुई है और दिसंबर 2011 में इसका निर्माण पूरा होने के बाद संचालन में लाया गया है। इसने छिंगहाई–शीत्सांग को जोड़ने वाली “ऊर्जा धमनियाँ” बनाई, जिससे शीत्सांग में सर्दियों की बिजली कमी और गर्मियों में जलविद्युत उपयोग की समस्या दूर हुई। अब तक इस परियोजना के लगभग 14 वर्षों तक सुचारु रूप से चलने के पूरे दौर में कुल 24.13 अरब किलोवाट-घंटा बिजली की कुल आपूर्ति रही, जिसमें छिंगहाई से शीत्सांग 13.87 अरब किलोवाट-घंटा बिजली संचयी पारेषण किया गया, और उधर शीत्सांग से छिंगहाई 10.26 अरब किलोवाट-घंटा बिजली संचयी पारेषण किया गया।
मई 2024 में, चीन राष्ट्रीय ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने छिंगहाई–शीत्सांग डायरेक्ट करंट द्वितीय चरण विस्तार परियोजना शुरू की। इस परियोजना के अन्तर्गत दोनों सिरों पर स्थित त्सैदाम और ल्हासा में स्थित दो विद्युत कन्वर्टर स्टेशनों की क्षमता का विस्तार और उन्नयन किया गया, और तो और परियोजना की मौजूदा नियंत्रण प्रणाली का संपूर्ण उन्नयन करने के साथ, इसके लचीलापन और विश्वसनीयता के सुधार पर बल दिया गया । यह विस्तार परियोजना 28 सितंबर 2025 को औपचारिक रूप से संचालन में लायी गयी ।