विदेशी निवेशकों ने चीन में अनुसंधान और विकास में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का उत्साह दिखाया


चित्र VCG से है

2025 की शुरुआत से चीन में विदेशी पूंजी निवेश की गतिविधियों में एक उल्लेखनीय प्रवृत्ति उभर कर आई है। अधिकाधिक बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ चीन में अनुसंधान एवं विकास में पूंजी निवेश बढ़ा रही हैं और नए अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की गति लगातार तेज़ हो रही है। आँकड़ों के अनुसार, सितंबर तक शांगहाई में विदेशी पूंजी निवेश के अनुसंधान व विकास केंद्रों की कुल संख्या 631 तक पहुँच गई है; वहीं पेइचिंग में इस साल की जनवरी तक अनुसंधान व विकास केंद्रों की संख्या 221 दर्ज की गई हैं।

विदेशी उद्यमों का चीन में लगातार अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करना या निवेश में बढ़ोतरी लाना न केवल चीन के निवेश वातावरण पर उनके विश्वास को दर्शाता है, और तो और चीन के नवाचार माहौल पर उनके प्रमुख आकर्षण को भी प्रकट करता है।

चीन न केवल एक विशाल उपभोक्ता बाज़ार में धनी है, बल्कि यह विश्व के सबसे अधिक गतिशील बाज़ारों में से एक है, जहाँ बहुत सी नई प्रवृत्तियाँ और माँगे सबसे पहले चीन में ही उभरती हैं। चीन के बाजार की प्रबल प्रगति की धारा में शामिल होकर परिवर्तनशील के इस दौर में नए अवसरों का फायदा उठाकर ही सफलता की नयी संभावनाओं को हासिल किया जा सकता है। जर्मनी की कंपनी बायर को ही लिजीए, वर्ष 2023 तक उसके उपभोक्ता स्वास्थ्य उत्पाद चीन में निर्मित नवाचार उत्पाद वैश्विक नवाचार उत्पादों की कुल मात्रा का 15 प्रतिशत हिस्सा बनता है, जो किसी भी एकल बाज़ार में सर्वाच्च स्तर है।

कई अग्रणी प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में आज चीन स्वयं बाज़ार का नेतृत्वकर्ता बन चुका है। वर्तमान समय में चीन में निवेश केवल एक “स्थानीय रणनीति” नहीं रह गयी है, बल्कि एक दूरदर्शी कदम में वैश्विक पहचान है। “चीन में अनुसंधान, करें विश्व की सेवा” — यह अब अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने और उसे और सशक्त करने की आंतरिक आवश्यकता बन चुकी है।

सरकार, उद्यमों से लेकर उपभोक्ताओं तक, नवाचार को उच्च स्तर पर अपनाने की बदौलत तकनीकी और बाज़ार के बीच एक गतिशील लाभदायक चक्र को बढ़ावा दिया है। चाहे स्वचालित चालित वाहन, औद्योगिक इंटरनेट, स्वास्थ्य और चिकित्सा, या हरित ऊर्जा हो, चीन का बाज़ार नई तकनीकों और उत्पादों को विचार के सत्यापन से लेकर व्यवहारिक क्रियान्वयन तक संपूर्ण श्रृंखला उपलब्ध कराने में पूरी तरह सक्षम है।

चीन का “चुंबकीय आकर्षण” और उच्च स्तरीय विदेशी खुलापन आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। सरकारी खरीद के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को राष्ट्रीय लाभ प्रदान करने से लेकर, नवाचारी तंत्रों के माध्यम से विदेशी संबंधित बौद्धिक संपदा संरक्षण को सुदृढ़ करने के दौर में , निरंतर व्यवसायिक माहौल को सुधारते हुए बराबर अनुकूल व्यापार माहौल बनाने की शर्त पर विदेशी पूंजी निवेश में लगातार वृद्धि तथा विस्तृत खुलापन का एक दोतरफा मार्ग बन गया है । जितना आप चीन को जानेंगे, उतना ही आपका विश्वास चीन पर बढ़ेगा।

रुझान को पहचाने ,भविष्य को सुरक्षित रखें । जहाँ बाजार का माहौल अनुकूल होता है, पूँजी वहीं प्रवाहित होती है; जहाँ नवाचार का पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होता है, संसाधन वहीं केंद्रित होते हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बीसवीं केंद्रीय समिति की चौथी पूर्ण अधिवेशन में कहा है: “खुलेपन के माध्यम से सुधार और विकास को बढ़ाते हुए दुनिया के सभी देशों के साथ अवसरों की साझेदारी करें और सह-विकास करें ।” “ऊर्ध्वाधर विभाजन” मॉडल के तहत अपनी तुलनात्मक ताकत का उपयोग करने से लेकर, अधिक क्षेत्रों में सहयोगात्मक नवाचार और साझा लाभ एवं सह-अस्तित्व की दिशा में कदम बढ़ाने तक, चीन वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को लगातार मजबूत कर रहा है। इसके अलावा , चीन का मूल उद्देश्य अपरिवर्तित है—हमेशा दुनिया के साथ विकास के अवसर साझा करने के लिए इच्छुक हैं। एक उच्च-स्तरीय खुलेपन वाला चीन, वैश्विक नवाचार संसाधनों का बेहतर एकीकरण करते हुए विश्व के सभी देशों के साथ हाथों में हाथ डालकर विकास की अधिक संभावनाओं वाला एक समावेशी तथा बेहतरीन भविष्य का सृजन करने के लिए तत्पर हैं।