चीनी वैज्ञानिक अन्वेषण दल ने आर्कटिक में मानवसहित गहन समुद्री गोताखोरी अभियान में सफलता प्राप्त की

चित्र VCG से है
आर्कटिक में मानवसहित गहरे पानी में गोताखोरी को अंजाम देने वाली चीनी वैज्ञानिक अन्वेषण दल ने 27 तारीख़ को सफलतापूर्वक अभियान पूरा करके सकुशल लौट आए। इस वैज्ञानिक अभियान में चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से डिज़ाइन और निर्मित अंतरराष्ट्रीय स्तर का पहला बर्फ विघटन क्षमता वाला मानवसहित गहरे समुद्र में गोता लगाने वाला जहाज "थानसो–3" और उसके साथ ले जाया गया "फनतओ" मानवसहित गहरे समुद्र में गोता लगाने वाला उपकरण उपयोग में लाया गया ।

चित्र VCG से है
चीनी वैज्ञानिक अन्वेषण दल, 22 जुलाई को चीन के हाएनान प्रांत के सान्या से रवाना हुआ और आर्कटिक महासागर में 56 दिनों तक सिलसिलेवार वैज्ञानिक अन्वेषण व अनुसंधान किये। "फनतओ" मानवसहित गहन समुद्र गोता लगाने वाले उपकरण ने आर्कटिक में 43 बार गोता लगाने के कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। वहीं "च्याओ-लुंग" नामक मानवसहित गहन समुद्र गोताखोरी उपकरण ने चीन का पहला आर्कटिक बर्फीले क्षेत्र में मानवसहित गहन समुद्र में गोता लगाने का अभियान पूरा किया, और "फनतओ" उपकरण के साथ समुद्र के नीचे सहयोगात्मक कार्य संपन्न किया।
इस नौयात्रा अभियान ने "फनतओ" नामक मानवसहित गोता लगाने वाले उपकरण और "थानसो–3" नामक मुख्य जहाज की आर्कटिक बर्फीले क्षेत्रों में उसकी संचालन क्षमता एवं उपयोगिता मूल्य का सत्यापन किया है। इस दौरान ध्रुवीय गहरे पानी वैज्ञानिक अनुसंधान से जुड़े सिलसिलेवार तकनीकी सफलताएँ हासिल किए हैं, इससे यह साबित होता है कि हमारे देश को दुनिया का एकमात्र ऐसा देश बना दिया है जिसने आर्कटिक के घने समुद्री बर्फ क्षेत्र में लगातार मानवसहित गहरे समुद्री गोते लगाने के अभियान में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की हैं।