थाईवान पर चीनी प्रभुसत्ता की बहाली सभी चीनी लोगों की सामूहिक राष्ट्रीय स्मृति का प्रतीक है

(CRI)08:32:25 2025-10-28

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता क्वो च्याखुन ने 27 अक्तूबर को पेइचिंग में आयोजित नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि थाईवान की बहाली, चीनी सरकार द्वारा थाईवान पर अपनी संप्रभुता के दोबारा प्रयोग का एक ठोस और निर्विवाद प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह घटना थाईवान के चीन का अभिन्न हिस्सा होने के ऐतिहासिक तथ्यों और कानूनी धारा की एक महत्वपूर्ण कड़ी है तथा सभी चीनी लोगों की सामूहिक राष्ट्रीय स्मृति का प्रतीक है।

थाईवान की बहाली स्मृति दिवस की स्थापना से संबंधित प्रश्न पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रवक्ता क्वो ने बताया कि वर्ष 1945 में चीनी जनता ने 14 वर्षों तक चले लंबे और कठिन संघर्ष के बाद जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध तथा विश्व फासीवाद विरोधी युद्ध में महान विजय प्राप्त की थी। उसी वर्ष 25 अक्तूबर को थाईपे में चीनी युद्ध क्षेत्र के अधीन थाईवान प्रांत के आत्मसमर्पण समारोह का आयोजन किया गया था। इसके साथ ही थाईवान और पेंगहू द्वीप समूह आधिकारिक रूप से चीन की संप्रभुता में पुनः सम्मिलित हो गए थे।

क्वो च्याखुन ने जोर देकर कहा कि थाईवान की बहाली न केवल द्वितीय विश्व युद्ध की विजय का एक महत्त्वपूर्ण परिणाम है, बल्कि युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का भी अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि एक-चीन सिद्धांत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सर्वमान्य सहमति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को संचालित करने वाला एक मूलभूत सिद्धांत है। इस स्मृति दिवस की स्थापना इस बात की पुनः पुष्टि करती है कि विश्व में केवल एक ही चीन है और थाईवान, चीन का अविभाज्य हिस्सा है।