"दोहरे नौवें" त्योहार में उत्साह और स्वाद का आनंद
नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ आपकी Kuku — खाने की बड़ी शौकीन हूँ! हम लेकर आए हैं चीनी पारंपरिक त्योहारों के स्वादिष्ट व्यंजनों का मज़ेदार चैलेंज! आज है चीन का "दोहरे नौवें" त्योहार, जिसे चीनी में चोंगयांग त्यौहार भी कहा जाता है। चलिए 1 मिनट में जानते हैं शुभ संकेतों से भरे चोंगयांग केक की कहानी!
चीन के चंद्र कैलेंडर के अनुसार, नौवें महीने के नौवें दिन चीन का पारंपरिक त्योहार — "दोहरे नौवें" त्योहार (चोंगयांग त्योहार) मनाया जाता है। “नौ” संख्या को ई-चिंग में "यांग" संख्या माना गया है। जब दिन और महीना दोनों में “नौ” आता है, तो दो यांग एक साथ जुड़ते हैं, इसलिए इसे "दोहरे यांग का दिन" कहा जाता है। प्राचीन लोगों का मानना था कि नवें महीने के नौवें दिन, यानी "दोहरा नौ", अत्यंत शुभ और मंगलमय होता है।
"दोहरे नौवें" पर्व के प्रमुख लोकाचारों में से एक है चोंगयांग केक खाना। नौवें महीने में बाजरा और अन्य अनाज पक जाते हैं, इसलिए प्राचीन काल में लोग नए मौसम की उपज से विशेष व्यंजन बनाकर उसका स्वाद लेते थे। यही नए अनाज से बना व्यंजन आगे चलकर चोंगयांग केक का प्रारूप बन गया। पारंपरिक चोंगयांग केक बनाने के कई तरीके हैं, पर सामान्यतः इसे चिपचिपे चावल के आटे और साधारण चावल के आटे के मिश्रण से तैयार किया जाता है। चीनी भाषा में “केक” शब्द का उच्चारण “उच्च” से मिलता-जुलता है, जिसका अर्थ होता है ऊँचाई, उन्नति, प्रगति और समृद्धि — इसलिए यह केक जीवन में विकास, सफलता और शुभता का प्रतीक माना जाता है।
"दोहरे नौवें" पर्व सुनहरे शरद ऋतु के समय आता है, जब गेंदा पूरी तरह खिला होता है। इस दिन गेंदा के फूलों की शराब पीना भी एक अनिवार्य परंपरा है। "पश्चिमी राजधानी पर नोट्स" के अनुसार, प्राचीन काल में लोग गेंदा के तने और पत्तियों को बाजरे के साथ मिलाकर शराब बनाते थे, और अगले वर्ष के चोंगयांग उत्सव पर इसका सेवन करते थे। प्राचीन लोगों का मानना था कि चोंगयांग पर गेंदा की शराब पीने से आयु बढ़ती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
इसके अलावा, "दोहरे नौवें" पर्व पर पहाड़ों पर चढ़ना, गेंदा के फूलों का आनंद लेना और जूयू पौधे की टहनी पहनना जैसी कई लोक परंपराएँ हैं, जो प्राचीन काल से आज तक चली आ रही हैं।
आज के समय में, "दोहरे नौवें" पर्व को चीन में "बुजुर्गों का त्योहार" के रूप में व्यापक रूप से मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं? अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक "अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस"मनाया जाता है।
सन् 1991 में संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके अनुसार हर वर्ष 1 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया जाता है।
इस शुभ अवसर पर, हम अपने बुजुर्गों के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करते हैं। सभी बुजुर्गों को स्वास्थ्य, दीर्घायु और सदा सुख-समृद्धि की हार्दिक शुभकामनाएँ!
