शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ पर संगीत समारोह पेइचिंग में आयोजित

शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष संगीत समारोह “मुझे कैसे न गाना आए — शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ संगीत संध्या” का मंचन 17 अक्तूबर की शाम पेइचिंग कॉमेडी थिएटर में किया गया। यह कार्यक्रम चीनी साहित्यिक एवं कला महासंघ तथा चीनी संगीतकार संघ के मार्गदर्शन में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश समिति के प्रचार विभाग और शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के संस्कृति व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में, तथा शीत्सांग प्रदर्शन कला लिमिटेड कंपनी के आयोजन में संपन्न हुआ।

पूरे संगीत समारोह में वरिष्ठ, मध्यम और युवा तीन पीढ़ियों के कलाकारों और ने शीत्सांग सहायता दल के प्रतिनिधियों के साथ मंच साझा किया, और उनके गीतों के माध्यम से शीत्सांग के अतीत, वर्तमान और भविष्य को जोड़ा। कार्यक्रम ने शीत्सांग के पिछले 60 वर्षों में आए बड़े बदलाव और नए युग की नई छवि का जश्न मनाया, तथा विभिन्न जातीय समूहों के लोगों में देशभक्ति और सुखमय जीवन के प्रति भावनाओं को अभिव्यक्त किया। वूशी सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा और केंद्रीय संगीत अकादमी का कोरस दल ने संयुक्त रूप से प्रस्तुति दी, जिसने इस समारोह को भावनात्मक और भव्य कलात्मक उत्सव में बदल दिया।

कलात्मक नवाचार इस संगीत समारोह की प्रमुख विशेषताओं में से एक रहा। युगल गीत “चमेली और गेसांग” ने विभिन्न समुदायों की संस्कृति के पारस्परिक संवाद और सह-अस्तित्व की झलक पेश की। वाद्य संगीत प्रस्तुति “उड़ती तारें वसंत में” और “घुड़दौड़” में अर्हित इरहु वादक छेन जुन और ज़ान्येन वाद्य कलाकार छोमु ने अपने संयोजन से कला में नए उत्साह और ऊर्जा का संचार किया। इसके अलावा, “नीले आसमान पर बादल” और “कहानी के ग्राम—ग्रिन गाँव” जैसी नई रचनाओं की एक श्रृंखला ने पारंपरिक और आधुनिक तत्वों के संगम से बने समाजवादी नये शीत्सांग की झलक प्रस्तुत की।