ल्हासा न्ये-दांग महापुल परियोजना अपने अंतिम चरण में प्रवेश
शरद ऋतु के इस मौसम में, शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा के न्ये-दांग महापुल निर्माण स्थल पर काम पूरे जोरों पर चल रहा है। निर्माण स्थल पर रेलिंग दल के मजदूर पुल की सुरक्षा रेलिंग लगाने में व्यस्त हैं। दल के प्रमुख छन शीलुंग ने सामने के तट की ओर इशारा करते हुए संवाददाताओं से कहा, “पुल के यातायात के लिए खोले जाने के बाद, दोनों तटों के निवासियों की यात्रा का समय 45 मिनट से घटकर केवल 10 मिनट रह जाएगा।” मशीनों की गड़गड़ाहट और कंपन की आवाज़ों के बीच, ल्हासा नदी पर फैला हुआ ,दाजे जिले के डॅाग गांव और चुशुई जिले के डांग पार्क को आपस में जोड़ने वाला यह जल कल्याणकारी परियोजना, मार्च 2026 में यातायात के लिए खोलने के अपने लक्ष्य की अंतिम दौड़ के लिए पूरी तरह तैयार है।
ल्हासा न्ये-दांग महापुल परियोजना की शुरुआत ल्हासा हाई-टेक ज़ोन के ल्योउवु स्ट्रीट स्थित दादोंग गाँव से आरंभ होती है और यह ल्हासा नदी को पार करते हुए छवी-सुए काउंटी के न्ये-दांग टाउनशिप के औद्योगिक पार्क तक जाती है। इस महापुल परियोजना की कुल लंबाई 1.8 किलोमीटर है, जिसके तहत 1508 मीटर लंबा न्ये-दांग महापुल पर लगभग 300 मीटर की सड़क आधार संरचना तथा जल निकासी, यातायात, प्रकाश व्यवस्था, हरियाली और सौंदर्य परिदृश्य सज्जा संबंधित कार्य भी शामिल हैं। मुख्य पुल की उपरी संरचना के लिए (70 + 2×120 + 70) मीटर की परिवर्तनशील अनुप्रस्थ-काट वाली लगातार बॅाक्स गर्डर का इस्तेमाल किया गया है तथा इसे एक खंभे वाले केबल-स्टे पुल के परिदृश्य डिजाइन के साथ तैयार किया गया है । इसके अतिरिक्त, एप्रोच ब्रिज में 28×40 मीटर पूर्वनिर्मित संयोजन संरचना वाले छोटे बॉक्स गर्डर का उपयोग किया गया है।
CCCC सेकेंड हार्बर इंजीनियरिंग समूह लिमिटेड के अधीन ल्हासा न्ये-दांग विशेष महा पुल परियोजना के प्रधान अभियंता फंग बो ने जानकारी देते हुए बताया कि, “इस वर्ष 31 अगस्त को न्ये-दांग विशाल पुल संपूर्ण रूप से जुड़ गया है , जिससे परियोजना के निर्माण का पूरा होने एवं यातायात खोलने के लक्ष्य की ओर एक और कदम बढ़ा दिया गया है। फिलहाल, परियोजना का मुख्य ढांचा पूरी तरह से तैयार हो चुका है और पुल पर रेलिंग सहित अन्य सहायक संरचनाओं का निर्माण कार्य जारी है। अब यह परियोजना अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है।”
सूत्रों के अनुसार, ल्हासा न्ये-दांग महापुल परियोजना ल्हासा शहर के प्रमुख निर्माण कार्यों में से एक है। हालांकि यह परियोजना ल्हासा नदी पर फैली हुई है, इसके कई निर्माण स्थल होने की वजह से कुछ हिस्सों में नदी के पानी और कृषि भूमि उपयोग करने की जरूरत पड़ती है, इसलिए पर्यावरणीय सुरक्षा की मांग अत्यन्त गंभीरता से सुलझाने की जरूरत होती है। परियोजना का स्थल लगभग 3,650 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जहाँ तेज़ हवा और अत्यधिक ठंडे मौसम जैसी कठिन जलवायु परिस्थितियाँ हैं। इसके चलते सामग्री और उपकरणों के आयोजन में भारी कठिनाईयां भरी हुई हैं, सो गुणवत्ता को नियंत्रण में रखना बहुत मुश्किल होता है। परियोजना के ठेकेदारों ने इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कई उपायों का प्रयोग किया, यहाँ तक कि “असामान्य” तरीके भी अपनाए हैं। परियोजना के प्रधान अभियंता फंग बो ने बताया, “सर्दियों में तापमान बहुत कम होने से कंक्रीट की मजबूती प्रभावित होती थी, इसलिए हमने रोजमर्रा के जीवन के उपाय अपनाए — रजाईयों और इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड का इस्तेमाल करके कंक्रीट की सुरक्षा और गर्मी बनाए रखी। अंततः, कंक्रीट की गुणवत्ता सभी डिज़ाइन मानकों पर पूरी तरह खरी उतरी।”
सूत्रों के अनुसार, इस परियोजना के पूरा होने के बाद ल्हासा के सड़क नेटवर्क की संरचना और अधिक मजबूत होगी, साथ ही न्ये-दांग औद्योगिक पार्क और छवीशुए काउंटी के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। यह परियोजना दादोंग और ल्हासा हाई-टेक ज़ोन से न्ये-दांग औद्योगिक पार्क तक की दूरी को काफी हद तक घटा देगी, जिससे पार्क और उसके आसपास के क्षेत्रों में जनसँख्या, वस्तुओं और निवेश का प्रवाह तेज़ होगा। 2026 में जब वसंत बहार फूलों को लेकर आएगी , तो ल्हासा नदी के उत्तरी और दक्षिणी तटों के आर्थिक धाराएं वाहनों के पहियों के साथ-साथ पुनर्जीवित हो उठेंगी एवं और भी अधिक गतिशील हो जाएंगी।