चीन का आह्वान: व्यापार संकट से निपटने और बहुपक्षवाद को कायम रखने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की 2025 की जनरल काउंसिल की चौथी बैठक 6 से 7 अक्टूबर को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित हुई। इस बैठक में चीन ने एजेंडा तय करने की पहल करते हुए सभी सदस्य देशों से आग्रह किया कि वे वर्तमान में बढ़ती अशांत व्यापार परिस्थितियों का सामूहिक रूप से सामना करें और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के मूल मूल्यों एवं सिद्धांतों की रक्षा हेतु संयुक्त प्रयास करें।
डब्ल्यूटीओ में चीन के स्थायी प्रतिनिधि ली यांगशा ने कहा कि वैश्विक आर्थिक और व्यापारिक स्थिति दिन-ब-दिन अस्थिर होती जा रही है। उन्होंने बताया कि इस साल यह चौथी बार है जब चीन ने सामान्य परिषद की बैठक में “तीव्र व्यापार अस्थिरता और डब्ल्यूटीओ प्रतिक्रिया” को एजेंडा में शामिल किया है।
ली यांगशा ने अमेरिकी व्यापार नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि इन नीतियों ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में व्यवधान पैदा किया है, जो व्यापारिक अस्थिरता का एक प्रमुख स्रोत बन गया है। अमेरिका कुछ सदस्य देशों पर द्विपक्षीय समझौते करने का दबाव डालने के लिए एकतरफा टैरिफ का उपयोग कर रहा है, जिससे तीसरे पक्ष के वैध अधिकार और हित प्रभावित हो रहे हैं।
बढ़ते व्यापार संकट के समाधान के लिए चीन ने तीन ठोस सुझाव प्रस्तुत किए। पहला, पारदर्शिता और निगरानी को मजबूत किया जाए। दूसरा, नियम-आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को दोहराया जाए। और तीसरा, डब्ल्यूटीओ में व्यावहारिक परिणामों को आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ।
यूरोपीय संघ, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, पाकिस्तान और अन्य देशों ने भी डब्ल्यूटीओ के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने और संगठन में सुधार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। इस बैठक में साझा रूप से यह संदेश उभरा कि वैश्विक व्यापार संकट से निपटने और आर्थिक संतुलन बनाए रखने के लिए बहुपक्षवाद ही सबसे प्रभावी मार्ग है।