चीनी प्रधानमंत्री ने डीपीआरके की विदेश मंत्री से मुलाक़ात की

चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने 29 सितम्बर की सुबह देश की राजधानी पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में डीपीआरके की विदेश मंत्री छोए सोन हुई से मुलाक़ात की।
मुलाक़ात के दौरान ली छ्यांग ने कहा कि चीन और डीपीआरके पहाड़ों और नदियों से जुड़े पड़ोसी देश हैं, जिनके बीच पीढ़ियों से गहरी मित्रता रही है, और यह संबंध समय के साथ और मज़बूत हुए हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि चीन हमेशा रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से चीन-डीपीआरके संबंधों के विकास को देखता है और इसे आगे बढ़ाता रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि चीन, डीपीआरके के साथ सभी स्तरों पर आदान-प्रदान और संवाद को प्रोत्साहित करने, आपसी समझ और मित्रता को और गहरा करने, विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को मज़बूत करने तथा साझा विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
ली छ्यांग ने यह भी कहा कि चीन अपने मूल हितों और प्रमुख चिंताओं से जुड़े मुद्दों पर डीपीआरके के निरंतर और मज़बूत समर्थन की सराहना करता है। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि दोनों देश समान हितों की बेहतर सुरक्षा के लिए सहयोग को और गहरा करेंगे। साथ ही उन्होंने आशा जताई कि दोनों देशों के विदेश मंत्रालय आपसी समन्वय को मज़बूत कर विभिन्न सहयोगी कार्यों को निरंतर आगे बढ़ाएँगे।
इस अवसर पर छोए सोन हुई ने कहा कि चीन के साथ संबंधों को मज़बूत और विकसित करना डीपीआरके का अडिग रुख है और यह दोनों देशों तथा उनके लोगों के मौलिक हितों के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि डीपीआरके मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय की अवधारणा और राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग द्वारा प्रस्तुत चार प्रमुख वैश्विक पहलों का पूर्ण समर्थन करता है। साथ ही उन्होंने पुनः स्पष्ट किया कि डीपीआरके थाईवान, शिनच्यांग, शीत्सांग और हांगकांग जैसे चीन के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर चीन के रुख का दृढ़ समर्थन करता रहेगा।