“आड़ा-तिरछा” — दोनों में विश्व प्रथम! गुइचोऊ हुआजियांग-घाटी पुल औपचारिक रूप से संचालन चालू
उच्च पुल गहरी घाटी पर स्थापित हुआ, जो रास्ता कभी कठिन और दुर्गम रहा करता था, वह अब सुगम मार्ग में परिवर्तित हो गया है। 28 सितम्बर को विश्व का सबसे ऊँचा पुल—लिउची से आनलोंग राजमार्ग (संक्षेप में “लिउआन राजमार्ग”) पर स्थित हुआजियांग-घाटी पुल आधिकारिक रूप से चालू कर दिया गया। इसके साथ ही लिउआन राजमार्ग पूरी तरह से यातायात के लिए खोल दिया गया।
राजमार्ग के उद्घाटन समारोह के स्थल पर, दूर-दूर तक फैली लगभग एक हज़ार मीटर ऊँची खड़ी चट्टानों के बीच, घाटी के बीचोबीच स्थित यह हुआजियांग-घाटी पुल बेहद भव्य दिखाई देता है। जानकारी के अनुसार, यह पुल लिउआन राजमार्ग की सबसे महत्त्वपूर्ण नियंत्रणीय परियोजना है, जो गुइचोऊ प्रांत के आनशुन शहर के गुआनलिंग ज़िले और क़ियान्शी-नान स्वायत्त प्रांत के जनफ़ेंग ज़िले के दोनों किनारों को जोड़ता है। इसका नाम उस भव्य हुआजियांग घाटी पर रखा गयाहै, जिसे “पृथ्वी की दरार” के नाम से जाना जाता है।
पुल की कुल लंबाई 2,890 मीटर है, जबकि मुख्य पुल का विस्तार 1,420 मीटर है। पुल के तल से जल सतह तक की ऊँचाई 625 मीटर है। मुख्य पुल का विस्तार पर्वतीय क्षेत्रों में बने सभी पुलों में सबसे बड़ा है और इसकी ऊँचाई भी विश्व में सबसे अधिक है, इसीलिए इसे “आड़ा और तिरछा दोनों ही मायनों में यह विश्व प्रथम माना जा रहा है।

0
