मासिक निर्यात 10 करोड़ युआन से पार! शीत्सांग के रिज़ी सीमा चौकी से निर्यात में उछाल

ल्हासा सीमा शुल्क विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 24 सितम्बर तक शीत्सांग के जोंग्बा ज़िले स्थित रिज़ी सीमा चौकी से सितम्बर माह के निर्यात का कुल मूल्य 14.7 करोड़ युआन तक पहुँच गया है। यह रिज़ी चौकी के लिए किसी एक माह में निर्यात मूल्य का पहली बार 10 करोड़ युआन का आंकड़ा पार करना है।

इस साल 6 सितम्बर से रिज़ी चौकी और शिगात्से अंतरराष्ट्रीय भू-स्थलीय बंदरगाह के बीच संयुक्त रूप से सीमा-शुल्क निकासी शुरू की गई। इसके बाद से "नए तीन उत्पाद" (विद्युत वाहन, सौर उत्पाद, लिथियम बैटरी) और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के निर्यात में निरंतर बढ़ोतरी देखी गयी है।

रिज़ी सीमा चौकी का दक्षिणी हिस्सा नेपाल के मुस्तांग ज़िले से जुड़ा है, नेपाल की नायजोंग चौकी के साथ मिलकर सीमा-शुल्क निकासी पूरी करती है। एक विदेशी व्यापार कंपनी के प्रमुख दावा के अनुसार रिज़ी चौकी से नेपाल की राजधानी काठमांडू तक की यात्रा केवल दो दिनों में पूरी हो जाती है, और यह नेपाल के दूसरे सबसे बड़े शहर पोखरा के और भी निकट है। वर्तमान में नेपाल की सड़कें सुगम हैं, जिससे न केवल परिवहन लागत बचती है, बल्कि यह मार्ग बरसात के मौसम में भी अपेक्षाकृत सुरक्षित रहता है। इन्हीं कारणों से अनेक उद्योगों के लिए यह मार्ग निर्यात की पहली पसंद बन चुकी है।

समुद्र तल से 4,772 मीटर की ऊँचाई पर स्थित रिज़ी सीमा चौकी, शिगात्से नगर से लगभग 690 किलोमीटर दूर है। यह मुख्यतः खनिज लवण, जीवित भेड़ और अन्य सीमांत लघु-वाणिज्यिक वस्तुओं के निर्यात पर केंद्रित है। यह सीमा चौकी नवम्बर 2023 में आधिकारिक रूप से चालू हुई थी और यह जांगमु, जिरोंग और पुलान के बाद शीत्सांग की चौथी राष्ट्रीय स्तर की स्थलीय सीमा चौकी बन गई।  

पत्रकारों को मिली जानकारी के अनुसार, शिगात्से सीमा शुल्क विभाग ने पारंपरिक व्यापार चौकियों के कुछ सीमा-पार निकासी कार्यों को सक्रिय रूप से संभाला है। इसके लिए पहले से कार्य योजना बनाई गई, व्यापार संचालन पर दबाव परीक्षण किए गए, मानव संसाधन और लॉजिस्टिक सहयोग को मज़बूत किया गया तथा जोंगबा के ज़िला प्रशासन, ज़िला वाणिज्य ब्यूरो और अन्य जाँच-परिक्षण इकाइयों के साथ मिलकर काम किया गया, ताकि चौकी के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया जा सके

“पूरब में चाय-घोड़ा प्राचीन मार्ग है, तो पश्चिम में ‘नमक-भेड़ प्राचीन मार्ग’ है।” रिज़ी सीमा चौकी ऐतिहासिक ‘नमक-भेड़ मार्ग’ का एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव रही है।

सीमा चौकी के आसपास के ग्रामीण भी लघु परिवहन, माल ढुलाई व पुनः लोडिंग जैसे सहायक उद्योगों से जुड़ रहे हैं और अपनी आय बढ़ा रहे है। रिज़ी क़स्बे के रिज़ी गाँव के निवासी जानदुई ने बताया—“'नई ऊर्जा वाहनों के लिए अल्प दूरी परिवहन सेवा प्रदान करते हुए, केवल 100 मीटर की दूरी पर 50 युआन की आय होती है, और एक बार मालवाहक वाहन की पुनः लोडिंग से 1,500 युआन तक कमाए जा सकते हैं।” 

हाल के वर्षों में, शिगात्से शहर ने खुले मंच और सीमा चौकियों की सुविधाओं का अधिकतम उपयोग करते हुए व्यावसायिक वातावरण में सुधार किया है और विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव सहयोग दिया है। हाल ही में शिगात्से नगरपालिका समिति द्वारा खुले मंच को और बेहतर बनाने, विभिन्न सीमा चौकियों के बीच परस्पर सहयोग व भिन्नता आधारित विकास को आगे बढ़ाने के लिए कई उपाय प्रस्तावित किया गया, जिससे शिगात्से में उच्च स्तर के विदेशी व्यापार के लिए एक नया ढांचा लगातार तैयार किया जा सके। 

शिगात्से सीमा-शुल्क विभाग के प्रमुख हू यिंग ने बताया कि सीमा शुल्क विभाग सीमा की सुरक्षा और विकास को प्रोत्साहन देने की ज़िम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाएगा। रिज़ी सीमा चौकी के स्थिर और सुचारु संचालन को सुनिश्चित करते हुए, इसकी क्षमता और गुणवत्ता में सुधार तथा खुलेपन का विस्तार निरंतर किया जाएगा।