संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को केवल मजबूत किया जा सकता है, कमजोर नहीं: चीनी विदेश मंत्रालय
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 25 सितंबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र की केंद्रिय भूमिका के बारे में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आज की दुनिया में अराजकता संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के निरंतर विरूपण और अवमूल्यन से उपजी है। हाल के वर्षों में आए कई बड़े संकटों और चुनौतियों ने हमें बार-बार याद दिलाया है कि आज दुनिया के सामने मौजूद समस्याओं के समाधान के लिए, संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को केवल मज़बूत किया जा सकता है, कमज़ोर नहीं किया जा सकता, और इसके स्थान को बरकरार रखा जाना चाहिए, न कि उसे बदला जाना चाहिए।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि विश्व के सबसे सार्वभौमिक, प्रतिनिधिक और आधिकारिक अंतर-सरकारी संगठन के रूप में, संयुक्त राष्ट्र ने पिछले 80 वर्षों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने तथा आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा देने में अपूर्णीय और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस में, अधिकांश देशों ने बहुपक्षवाद और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका के लिए अपना उचित समर्थन व्यक्त किया, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सार्वभौमिक सहमति और साझा आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्य और सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में, चीन संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में पूर्ण रूप से भाग लेता है, सचेत रूप से अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों को मानता है और बहुपक्षवाद की दृढ़ता से रक्षा करता है। चीन संयुक्त राष्ट्र के मूल मिशन को बनाए रखने के लिए सभी पक्षों के साथ काम करना जारी रखने को तैयार है, ताकि नई परिस्थितियों में संयुक्त राष्ट्र को अपना अधिकार और जीवन शक्ति पुनः प्राप्त करने में मदद मिले, और इसे देशों के बीच संवाद और सहयोग को मजबूत करने, संयुक्त कार्यों का समन्वय करने और वैश्विक चुनौतियों का जवाब देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनाया जा सके।