ली छ्यांग ने कनाडा के प्रधानमंत्री और ऑस्ट्रियाई चांसलर से मुलाक़ात की
23 सितंबर को स्थानीय समयानुसार, चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने न्यूयॉर्क में कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और ऑस्ट्रियाई चांसलर क्रिश्चियन स्टॉकर से अलग-अलग मुलाक़ात की।
कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से भेंट के दौरान ली छ्यांग ने कहा कि हाल के दिनों में चीन और कनाडा ने व्यावहारिक और रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाकर द्विपक्षीय संबंधों में सुधार और विकास को आगे बढ़ाया है, जिसका दोनों देशों के विभिन्न वर्गों ने व्यापक स्वागत किया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इस वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 55वीं वर्षगांठ और रणनीतिक साझेदारी की 20वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस अवसर पर चीन कनाडा के साथ मिलकर जनता और द्विपक्षीय संबंधों के प्रति ज़िम्मेदारी निभाने, अधिक सकारात्मक और ठोस कदम उठाने तथा संबंधों को स्वस्थ, स्थिर और सतत विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।
उधर, मार्क कार्नी ने इस अवसर पर कहा कि कनाडा-चीन संबंधों की 55वीं वर्षगांठ दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव है। उन्होंने दोहराया कि कनाडा एक-चीन नीति का दृढ़ता से पालन करता है और चीन के साथ सभी स्तरों पर संवाद और आदान-प्रदान को मज़बूत करने का इच्छुक है। उन्होंने व्यापार, ऊर्जा, कृषि, विनिर्माण, वित्त, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को आगे बढ़ाने, जनसंपर्क को गहरा करने और रणनीतिक साझेदारी को एक नए स्तर पर ले जाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
ऑस्ट्रियाई चांसलर क्रिश्चियन स्टॉकर के साथ बातचीत में ली छ्यांग ने कहा कि राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से चीन और ऑस्ट्रिया हमेशा आपसी सम्मान और समानता के आधार पर जुड़े रहे हैं। द्विपक्षीय संबंध समय-समय पर बदलती अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों की कसौटी पर खरे उतरे हैं और समग्र रूप से स्थिरता बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 55वीं वर्षगांठ है, और इस अवसर पर चीन ऑस्ट्रिया के साथ उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान को मज़बूत करने, राजनीतिक पारस्परिक विश्वास को बढ़ाने, आपसी लाभ वाले सहयोग को गहरा करने और अधिक ठोस परिणाम हासिल करने के लिए तैयार है। ली छ्यांग ने यह भी अपेक्षा जताई कि ऑस्ट्रिया एक-चीन सिद्धांत का पालन करते हुए द्विपक्षीय संबंधों की राजनीतिक नींव को और मज़बूत करेगा।
वहीं, क्रिश्चियन स्टॉकर ने कहा कि चीन, ऑस्ट्रिया का सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग मज़बूत गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने दोहराया कि ऑस्ट्रियाई सरकार एक-चीन नीति का पालन करती है, थाइवान को संप्रभु राष्ट्र के रूप में मान्यता नहीं देती और उसके साथ किसी भी प्रकार का आधिकारिक आदान-प्रदान नहीं करती। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष राजनयिक संबंधों की 55वीं वर्षगांठ के मौके पर ऑस्ट्रिया चीन के साथ उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, दीर्घकालिक मित्रता को सुदृढ़ करने और अर्थव्यवस्था, व्यापार, पर्यटन और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में सहयोग का और विस्तार करने के लिए तत्पर है।