सिंचाई-जल निकासी प्रणाली सुधार से राष्ट्रीय सिंचित कृषि योग्य भूमि क्षेत्रफल 7.24 करोड़ हैक्टर तक बढ़ा

चित्र VCG से है
पत्रकारों को जल संसाधन मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, हाल के वर्षों में चीन ने सिंचाई और जल निकासी परियोजनाओं की प्रणाली में निरंतर सुदृढ़ होने की बदौलत जल किफायत सिंचाई को बढ़ावा मिला है। वर्तमान में, देशभर में सिंचित कृषि भूमि का क्षेत्रफल 7.24 करोड़ हैक्टर तक जा पहुंचा है।
इस वर्ष चीन में वसंत सिंचाई में कुल 57 अरब क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध कराया गया, जिससे 43 करोड़ मु कृषि भूमि सिंचित हुई। इससे ग्रीष्म फसलों की अच्छी उपज और जल्दी पकने वाले धान की कुल और प्रति हैक्टर उपज दोनों में वृद्धि के लिए मजबूत जल संसाधन सुनिश्चित किया गया।
सितंबर के मध्य तक, ग्रीष्मकालीन सिंचाई में कुल लगभग 2 खरब क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध कराया गया और करीब 80 करोड़ मु कृषि भूमि सिंचित की गयी।
इस वर्ष सिंचाई क्षेत्र परियोजनाओं को जल संसाधन क्षेत्र की 'दोहरी' निर्माण योजना में शामिल किया गया है। इसके अंतर्गत 15 नई बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को लागू करने का समर्थन किया गया, जिनका नियोजित सिंचित क्षेत्रफल का आंकड़ा 1.13 करोड़ तक पंहुच गया है।
वर्तमान समय तक, देशभर में सिंचित कृषि भूमि का क्षेत्रफल 1 अरब 8 करोड़ 60 लाख मु तक दर्ज किया गया है, जो चीनी राष्ट्रीय की कुल कृषि योग्य भूमि के 56% हिस्से के रूप से देश की कुल 80% से अधिक अनाज पैदा करती हैं। फिलहाल पूरे देश में जल-संरक्षण सिंचाई परियोजनाओं का क्षेत्रफल अब 63.8 करोड़ मु तक पंहुचा गया है, जो 'तेरहवीं पंचवर्षीय योजना' के अंत की तुलना में 12.5% अधिक है। कृषि जल उपयोग स्थिर बनाए रखते हुए, सिंचित क्षेत्र और अनाज उत्पादन दोनों में निरंतर वृद्धि हासिल की गई है।