आपसी हित व समान सहमति से सुलझेंगे आर्थिक विवाद

स्थानीय समयानुसार 14 से 15 सितंबर को स्पेन की राजधानी मैड्रिड में चीन और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस बैठक में दोनों पक्षों ने राष्ट्राध्यक्षों की हालिया बातचीत से बने सहमति बिंदुओं को आधार मानते हुए, आपसी आर्थिक-व्यापारिक मुद्दों पर ईमानदारी, गहराई और रचनात्मक विचार-विमर्श किया। बैठक में दोनों पक्षों ने सहयोगपूर्ण तरीके से टिकटॉक मुद्दे के समाधान, निवेश अवरोधों को कम करने तथा आपसी आर्थिक-व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने पर एक मूलभूत ढाँचागत सहमति प्राप्त की। इससे पुनः स्पष्ट होता है कि आपसी सम्मान और समान स्तर पर परामर्श बनाए रखने से चीन और अमेरिका दोनो पक्ष संवाद से सहमति बढा सकते हैं और सहयोगपूर्ण कार्रवाई के जरिए पारस्परिक लाभ सुनिश्चित कर साझा जीत हासिल कर सकते हैं।

चीन-अमेरिका वार्ता में टिकटॉक मुद्दा एक प्रमुख विषय रहा। दोनों पक्षों ने सहयोगपूर्ण तरीके से संबंधित समस्याओं का समाधान करने पर सकारात्मक प्रगति हासिल की। चीन ने स्पष्ट किया कि वह तकनीकी और आर्थिक-व्यापारिक मामलों को राजनीतिक बनाने, औजार या हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के खिलाफ है और किसी भी समझौते के लिए अपने सिद्धांत, उद्यमों के हित और अंतरराष्ट्रीय न्याय एवं निष्पक्षता की कतई बलि नहीं देगा। इस वार्ता में, चीन और अमेरिका ने पूरी तरह से उद्यमों की इच्छाओं और बाज़ार नियमों का पूर्ण सम्मान करते हुए, टिकटॉक के अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के डेटा और सामग्री सुरक्षा व्यवसायों की ट्रस्टी संचालन, एल्गोरिदम सहित अन्य बौद्धिक संपदा अधिकारों के उपयोग प्राधिकरण जैसे तरीकों से टिकटॅाक के समाधान सवाल पर बुनियादी तौर पर सहमति हासिल की। इससे पूरी तरह यह साबित होता है कि जबरदस्ती दबाव डालना समाधान का रास्ता नहीं है; बल्कि आपसी सम्मान और समान स्तर पर परामर्श ही साझा सफलता की कुंजी है

चीन और अमेरिका के बीच टिकटॉक मामले पर बनी सहमति का आधार आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और सहयोग व साझा लाभ के सिद्धांत पर निर्भर करता हैं, जो दोनों पक्षों के हितों के अनुकूल हैं। यह चीन के रचनात्मक और जिम्मेदार रुख को भी दर्शाता है। चीन ने स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रीय हितों और चीन-निवेशित उद्यमों के कानूनी अधिकारों की रक्षा के अपने सिद्धांतो पर अडिग रहेगा और टिकटॉक से जुड़े तकनीकी निर्यात, बौद्धिक संपदा अधिकारों के उपयोग प्राधिकरण आदि मामलों को कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ही मंजूरी देगा। चीनी सरकार उद्यमों की इच्छाओं का पूर्ण सम्मान करती है और उद्यमों को बाजार नियमों के अनुरूप समान व्यावसायिक वार्ताएं करने का समर्थन करती है। अमेरिका को दोनों पक्षों दवारा प्राप्त सहमति के अनुसार, टिकटॉक सहित चीनी उद्यमों के अमेरिका में निरंतर संचालन के लिए खुला, निष्पक्ष, न्यायसंगत और गैर-भेदभावपूर्ण व्यावसायिक वातावरण की सुनिश्चिता प्रदान करनी चाहिए। दोनों पक्षों ने स्वस्थ और स्थिर चीन-अमेरिका आर्थिक व व्यापार संबंधों के महत्व को भी मान्यता दी और आगे निरंतर गहन संवाद जारी रखते हुए साझा लक्ष्य की ओर सहयोग को बरकरार रखने पर सहमति जाहिर की।

यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि, कई दौर की आर्थिक-व्यापारिक विचार-विमर्श वार्ताओं के बाद भी अमेरिका की चीन के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों की नीति जारी है। अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा को व्यापकीकरण कर रहा है, निरंतर चीन की संस्थाओं पर प्रतिबंधों की सूची का विस्तार कर रहा है और अपने लम्बे हाथ के अधिकार क्षेत्र सीमा को लगातार आगे की ओर बढ़ा रहा है। चीन ने स्पष्ट करते हुए कहा कि यह एकतरफा दबाव अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन हैं, और इस पर वार्ता के दौरान अमेरिका के प्रति कड़ी आपत्ति जताई। चीन ने चीन-अमरीका आर्थिक-व्यापारिक वार्ता से प्राप्त मूल्यवान परिणामों की रक्षा के लिए अमरीका से तुरंत प्रतिबंध हटाए जाने, चीनी उद्यमों पर दबाव बंद करने पर बल दिया और इसके साथ ही अमेरिका को सावधानीपूर्वक बोलने और कार्य पर सतर्कता बरतने की मांग की, और किसी प्रकार की 'सामूहिक गुटबंदी' करने जैसे दुरूपयोग प्रयास में भाग नहीं लेने को कहा। चीन ने यह भी कहा कि विश्व व्यापार व्यवस्था और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी पक्षों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

चीन ने कहा कि समान स्तर की बातचीत और परस्पर लाभकारी सहयोग की खोज करना ही मतभेदों को दूर करने और समस्याओं का हल निकालने की कुंजी है। दोनों पक्षों को राष्ट्राध्यक्षों की बातचीत और पूर्व आर्थिक-व्यापारिक वार्ता के नतीजों को पूरी तरह से लागू करना चाहिए और चीन-अमेरिका आर्थिक-व्यापारिक वार्ता तंत्र का प्रभावी उपयोग कर लगातार सहमति बढ़ाना, मतभेद कम करना और आपसी सहयोग मजबूत करना चाहिए। चीन ने स्पस्ट किया कि इससे दोनों पक्षों को अधिक से अधिक साझा लाभ मिलेगा, चीन-अमेरिका आर्थिक संबंध स्वस्थ, स्थिर और सतत विकसित होंगे, और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अधिक स्थिरता आएगी।