सेवा व्यापार मेला शुरू: राजधानी में कॉपीराइट प्रदर्शनी में डिजिटल सांस्कृतिक विरासत का अनुभव


चित्र आयोजक से है

10 सितम्बर को पेइचिंग में 2025 सेवा व्यापार मेला शुरू हुआ। "राजधानी के कॉपीराइट प्रदर्शनी क्षेत्र" में नए चीनी परिधानों में सजा रोबोट "बानबान" दर्शकों का स्वागत करता है, उन्हें प्रदर्शनी में घुमाता है,और आसान से कठिन स्तर तक “कॉपीराइट ज्ञान की छोटी कक्षा” भी प्रस्तुत करता है।

"राजधानी कॉपीराइट प्रदर्शनी क्षेत्र" का मुख्य विषय है "कॉपीराइट से स्मार्ट ड्राइव · प्रौद्योगिकी से सशक्तिकरण · नवाचार का भविष्य"। यहां "कॉपीराइट + IP" को केंद्र में रखते हुए यहाँ पाँच प्रमुख खंड बनाए गए हैं, जैसे कॉपीराइट उपलब्धि प्रदर्शनी क्षेत्र, डिजिटल सांस्कृतिक धरोहर प्रदर्शनी क्षेत्र, सांस्कृतिक उत्पाद IP प्रदर्शनी क्षेत्र, मंच क्षेत्र और “मैं कॉपीराइट के लिए बोलता हूँ” इंटरैक्टिव क्षेत्र। ये प्रदर्शनियाँ "सांस्कृतिक परंपरा" और "डिजिटल नवाचार" के दो प्रमुख पहलुओं को उजागर करती है, जिससे राजधानी के कॉपीराइट में नवाचार की उपलब्धियों और औद्योगिक पारिस्थितिकी को पूर्ण रूप से प्रस्तुत करती है।

कॉपीराइट उपलब्धि प्रदर्शनी क्षेत्र "मजबूत ज्ञान केंद्र" होने के साथ-साथ, राजधानी की कॉपीराइट उपलब्धियों का गौरव भी है। इस क्षेत्र में चित्र, ग्राफ़ और वीडियो के माध्यम से प्रशासनिक एवं न्यायिक संरक्षण की सहकारी प्रबंधन प्रणाली, 2024 में पेइचिंग के शीर्ष 10 कॉपीराइट घटनाक्रम, और राजधानी में पायरेसी-अधिकार उल्लंघन के विशिष्ट मामलों को प्रस्तुत किया गया है। लेख, चित्र और वीडियो की सरल और स्पष्ट प्रस्तुति के कारण, कॉपीराइट के “नवागंतुक” भी इसे आसानी से समझ सकते हैं।

कॉपीराइट उपलब्धि प्रदर्शनी क्षेत्र "मजबूत ज्ञान केंद्र" होने के साथ-साथ राजधानी की कॉपीराइट गतिविधियों का "गौरव" भी है। इस क्षेत्र में चित्र, ग्राफ़ और वीडियो के माध्यम से प्रशासनिक एवं न्यायिक संरक्षण की सहकारी प्रबंधन प्रणाली, 2024 में बीजिंग के शीर्ष 10 कॉपीराइट घटनाक्रम, और राजधानी में उल्लंघन और पाइरेसी के विशिष्ट मामले चित्र, ग्राफ़ और वीडियो के माध्यम से प्रदर्शित किए गए हैं। लेख, चित्र और वीडियो की सरल और स्पष्ट प्रस्तुति के कारण, कॉपीराइट के शुरुआती जानकार भी इसे आसानी से समझ सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस मेला में विशेष रूप से अभिनव डिजिटल सांस्कृतिक धरोहर प्रदर्शनी प्रणाली पेश की गई है।उच्च-गुणवत्ता वाले 3D मॉडलिंग के माध्यम से प्रथम-प्रदर्शित पुरावशेषों का इमर्सिव डिजिटल पुनर्निर्माण किया गया है। दर्शक न केवल इन वास्तविक कलाकृतियों को नज़दीक से देख सकते हैं, बल्कि डिजिटल इंटरैक्टिव इंटरफ़ेस के ज़रिये उनकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और सांस्कृतिक अर्थों को भी गहराई से समझ सकते हैं, जिससे उन्हें समय और स्थान की सीमा पार करते हुए सांस्कृतिक संवाद का अनुभव प्राप्त होता है।