चीन "ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग" को आगे बढ़ाना चाहता है: चीनी विदेश मंत्रालय

चीन की राजधानी पेइचिंग में 9 सितंबर को आयोजित नियमित प्रेस कॉन्फ़्रेंस में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार रात ब्रिक्स देशों के ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में भाग लिया और महत्वपूर्ण भाषण दिया।
लिन च्येन ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों के नेताओं ने मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक परिस्थितियों तथा बहुपक्षीय प्रणाली को मजबूत बनाए रखने पर गहन विचार-विमर्श किया। इसमें व्यापक सहमति बनी, जो ब्रिक्स साझेदारी को और गहरा करने तथा "ग्लोबल साउथ" के हितों की रक्षा और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे "ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग" के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को नई ऊर्जा मिलेगी।
प्रवक्ता ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भाषण का हवाला देते हुए कहा कि आज विश्व शताब्दी के सबसे बड़े बदलावों से गुज़र रहा है। ऐसे समय में ब्रिक्स देशों को, जो "ग्लोबल साउथ" की अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं, खुलेपन, समावेशिता, सहयोग और साझा जीत की भावना पर कायम रहना होगा। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में "तीन कायम रखने" पर ज़ोर दिया। पहला, बहुपक्षवाद को कायम रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करना। दूसरा, खुलेपन और साझा लाभ वाले सहयोग को कायम रखते हुए वैश्विक आर्थिक और व्यापारिक व्यवस्था को सुरक्षित रखना। और तीसरा, एकता और सहयोग को कायम रखते हुए साझा विकास के लिए ताक़तों को एकत्रित करना।
लिन च्येन ने आगे कहा कि चीन विभिन्न देशों के साथ मिलकर इस शिखर सम्मेलन में बनी आम सहमति को लागू करना चाहता है। चीन का लक्ष्य है कि "ग्रेटर ब्रिक्स सहयोग" को नई ऊँचाइयों पर ले जाकर विश्व में संतुलित बहुध्रुवीयता और समावेशी आर्थिक वैश्वीकरण को आगे बढ़ाने में ठोस योगदान दिया जाए।