गुआंगतुंग–हांगकांग–मकाओ ग्रेटर बे एरिया से तुर्की तक की पहली चीन-यूरोप मालगाड़ी चली

(CRI)14:43:33 2025-09-09


चित्र VCG से है

6 सितंबर को, घरेलू विद्युत उपकरण, वस्त्र और जूते आदि से लदी X9024 चीन-यूरोप मालगाड़ी गुआंगचओ अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह से रवाना हुई, जो अनुमानित 20 दिनों में तुर्की के इस्तांबुल पहुंचेगी। यह गुआंगतुंग–हांगकांग–मकाओ ग्रेटर बे एरिया से तुर्की के लिए पहली चीन-यूरोप मालगाड़ी चलायी गयी है।

जानकारी के अनुसार, इस चीन-यूरोप मालगाड़ी में कुल 50 कंटेनर लदे हुए हैं और यह “रेल–समुद्र–रेल” बहु-परिवहन पद्धति के माध्यम से यात्रा करेगी। मालगाड़ी हॉर्गोस सीमा चौकी से देश से बाहर जाएगी, और यह कज़ाखस्तान, अज़रबैजान और जॉर्जिया होते हुए समुद्र के मार्ग से कैस्पियन सागर और काला सागर पार करेगी और अंततः तुर्की के इस्तांबुल पहुंचेगी। पूरी यात्रा लगभग 10,000 किलोमीटर लंबी है।

इस चीन-यूरोप मालगाड़ी के परिवहन एजेंट के जिम्मेदार अधिकारी ने बताया कि, पहले ग्रेटर बे एरिया की कंपनियों द्वारा निर्मित सामान तुर्की निर्यात करने के लिए केवल समुद्री या हवाई मार्ग का उपयोग कर सकते थे। चीन-यूरोप मालगाड़ी के माध्यम से परिवहन करने पर, समुद्री मार्ग की तुलना में लगभग 15 दिन की बचत होती है और परिवहन लागत केवल हवाई मार्ग की लगभग 60% होती है।

“इस चीन-यूरोप मालगाड़ी के सफल संचालन के बाद, गुआंगचओ अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के चीन-यूरोप मालगाड़ी स्टेशनों की संख्या ‘14 निर्यात और 5 आयात’ यानी कुल 19 मार्ग तक बढ़ जाएगी, जो यूरोएशिया के 20 से अधिक देशों और 40 से अधिक शहरों तक पहुँच बनाएंगे।” गुआंगचओ स्टेशन सीमा शुल्क निरीक्षण विभाग की प्रमुख शे वानलिन ने बताया कि सीमा शुल्क 24 घंटे पूर्व-निर्धारित क्लीयरेंस सेवा प्रदान करता है और “बहु-परिवहन क्लीयरेंस” तथा “रेलवे त्वरित क्लीयरेंस” जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराता है, जिससे कंपनियों के लागत में कमी होगी ।