अला दर्रा रेलवे सीमा चौकी से गुजरने वाली चीन-यूरोप (मध्य एशिया) मालगाड़ियों की संख्या 5,000 के आँकड़े से पार
चित्र VCG से है
पहली सितम्बर शाम 5 बजे, वाहन पुर्ज़ों, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और दैनिक उपभोक्ता वस्तुओं से लदी एक चीन-यूरोप मालगाड़ी अला दर्रा (अलाशानकौ) स्टेशन से पोलैंड के मालाशेविच के लिए रवाना हुई , जिससे यह संकेत मिलता है कि 2025 अला दर्रा रेलवे सीमा चौकी से होकर गुज़रने वाली चीन-यूरोप (मध्य एशिया) मालगाड़ियों 5000 का आँकड़ा पार कर गई हैं।
2025 में लानचओ से शिनच्यांग रेलवे की जिंग्हे से अला दर्रा तक की दोहरी लाइन के पूर्ण रूप से शुरू होने के बाद से, मानक गेज रेलवे परिवहन क्षमता में 15% की वृद्धि हुई है और चौड़े गेज परिवहन क्षमता में 30% की बढ़ोतरी हुई है। जुलाई की शुरुआत में स्टेशन ने एक परिचालन लाइन को ढीली तथा थोक माल की लदाई-उतराई लाइन क्षमता में परिवर्तित कर दिया है , जिससे उसकी दैनिक लदाई-उतराई क्षमता 7700 टन बढ़ गयी है, फलस्वरूप आयात-निर्यात माल की तेज़ लदाई-उतराई सुनिश्चित हुई।
वर्तमान में, अला दर्रा रेलवे सीमा चौकी से होकर गुजरने वाली चीन-यूरोप (मध्य एशिया) मालगाड़ियों की संख्या 125 तक पहुँच गई है, जो जर्मनी, पोलैंड समेत 21 देशों को सेवा प्रदान करती हैं। इन रेलों द्वारा ले जाए जाने वाले मालों की श्रेणियाँ बढ़कर 200 से अधिक हो गई हैं, जिनमें ऑटोमोबाइल और उसके पुर्ज़े, मशीनरी उपकरण, दैनिक उपभोक्ता वस्तुएँ व लकड़ी आदि शामिल हैं।