शी चिनफिंग ने म्यांमार के कार्यवाहक राष्ट्रपति मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की

(CRI)11:05:45 2025-08-31

30 अगस्त की दोपहर को, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने थ्येनचिन शहर में म्यांमार के कार्यवाहक राष्ट्रपति मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की, जो 2025 शांगहाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन, चीनी जनता के जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध और विश्व फासीवाद-विरोधी युद्ध की विजय की 80वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव में भाग लेने के लिए चीन आए हैं।

मुलाकात में शी चिनफिंग ने कहा कि म्यांमार विश्व फासीवाद-विरोधी युद्ध के पूर्वी मोर्चे का एक अभिन्न अंग और एससीओ का एक महत्वपूर्ण संवाद साझेदार है। चीन और म्यांमार के बीच भाईचारे की मित्रता दोनों देशों की जनता में निहित है और हमेशा बनी रहेगी। दोनों पक्षों को चीन और म्यांमार के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ का लाभ उठा कर रणनीतिक सहयोग को गहरा करना चाहिए, साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को गति देना चाहिए, और दोनों देशों की जनता को अधिक लाभ पहुँचाना चाहिए।

शी ने बल देते हुए कहा कि चीन म्यांमार को उसकी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथ पर चलने, उसकी राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा करने का समर्थन देता है, भूकंप के बाद पुनर्निर्माण और लोगों की आजीविका में सुधार का समर्थन देता है, इस देश में स्थिरता और विकास बहाल करने के लिए घरेलू राजनीतिक ताकतों को व्यापक रूप से एकजुट करने का समर्थन भी देता है। दोनों देशों को चीन-म्यांमार आर्थिक गलियारे की प्रमुख परियोजनाओं को आगे बढ़ाना चाहिए, आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए, संयुक्त राष्ट्र को अपने मूल में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली की संयुक्त रूप से रक्षा करनी चाहिए।

बैठक में, मिन आंग ह्लाइंग ने कहा कि म्यांमार और चीन के बीच भाईचारे की गहरी मित्रता ही नहीं, शांति और स्थिरता की साझा खोज भी है। दोनों देशों ने विश्व फ़ासीवाद-विरोधी युद्ध की विजय में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चीन हमेशा से म्यांमार का एक अच्छा पड़ोसी और मित्र रहा है, जिसने म्यांमार के आर्थिक और सामाजिक विकास में दीर्घकालिक सहायता प्रदान की है, आपदा-पश्चात पुनर्निर्माण का समर्थन किया है, और उत्तरी म्यांमार में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने में रचनात्मक भूमिका निभाई है।

उन्होंने यह भी कहा कि म्यांमार एक-चीन नीति पर अडिग रहेगा और चीन के साथ मिलकर उच्च गुणवत्ता वाले "बेल्ट एंड रोड" पहल का निर्माण करना चाहता है, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, बुनियादी ढाँचे आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहता है, और दोनों देशों की जनता के लिए और अधिक लाभ पहुंचाना चाहता है। शांगहाई सहयोग संगठन के एक संवाद साझेदार के रूप में, म्यांमार एससीओ के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने को तैयार है।