काबुल में चीन, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच छठी वार्ता हुई

(CRI)08:57:21 2025-08-22

20 अगस्त को, छठी चीन-अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान त्रिपक्षीय विदेश मंत्री वार्ता अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में आयोजित हुई। चीनी विदेश मंत्री वांग यी, अफ़गान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी और पाकिस्तानी उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार ने वार्ता में भाग लिया।

इस के दौरान, वांग यी ने कहा कि 2022 में त्रिपक्षीय विदेश मंत्रियों की वार्ता व्यवस्था पुनः शुरू होने के बाद से, हमने आपसी सम्मान, समान परामर्श, आपसी लाभ और उभय जीत वाले सिद्धांतों के अनुसार राजनीतिक, विकास और सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना जारी रखा है, क्षेत्रीय शांति और सौहार्द की रक्षा की है, और विभिन्न जोखिमों और चुनौतियों का मुकाबला किया है।

वांग यी ने आगे कहा कि चीन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी और आपसी विश्वास को गहरा करने, एक-दूसरे के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर एक-दूसरे को समझने और समर्थन करने, क्षेत्र में हस्तक्षेप करने वाली किसी भी बाहरी ताकत का दृढ़ता से विरोध करने और अपने क्षेत्र के भीतर एक-दूसरे की राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और प्रादेशिक अखंडता को कमजोर करने वाली गतिविधियों में शामिल किसी भी संगठन या व्यक्ति का दृढ़ता से विरोध करने को तैयार है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि तीनों पक्षों को सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को और मज़बूत करना और रणनीतिक आपसी विश्वास को लगातार मज़बूत करना चाहिए। चीन अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने, हितों के एकीकरण को गहरा करने, बातचीत और परामर्श के ज़रिए मतभेदों को उचित रूप से सुलझाने पर ज़ोर देने और चीन, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच स्थिर और दीर्घकालिक सहयोग को बढ़ावा देने का समर्थन करता है।

उधर, मुत्तकी और डार ने त्रिपक्षीय विदेश मंत्रियों की वार्ता प्रणाली में हुई सकारात्मक प्रगति का उच्च मूल्यांकन किया और त्रिपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने में चीन के योगदान की सराहना की। मुत्तकी ने वार्ता में चीनी और पाकिस्तानी विदेश मंत्रियों की उपस्थिति का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अफगानिस्तान के प्रति उनके दृढ़ समर्थन के लिए चीन और पाकिस्तान को धन्यवाद दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति में बड़े बदलाव आए हैं। अफ़गानिस्तान इस बैठक को मैत्रीपूर्ण संबंधों को गहरा करने, समन्वय और सहयोग को मज़बूत करने और त्रिपक्षीय सहयोग के और अधिक विकास को बढ़ावा देने के अवसर के रूप में लेना चाहता है।

इसके अलावा, डार ने कहा कि पाकिस्तान, चीन और अफ़ग़ानिस्तान के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध हैं और त्रिपक्षीय सहयोग की अपार संभावनाएँ हैं। उन्हें साझा विकास हासिल करने के लिए साझेदारी को बढ़ावा देना, व्यापार, "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण, संपर्क और आतंकवाद-रोधी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मज़बूत करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अफ़ग़ानिस्तान का पड़ोसी होने के नाते, पाकिस्तान अफ़ग़ान शांति प्रक्रिया और अफ़ग़ान लोगों की आजीविका में सुधार लाने में और अधिक योगदान देने को तैयार है।

तीनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि त्रिपक्षीय विदेश मंत्री वार्ता प्रणाली को और अधिक सक्रिय बनाया जाएगा ताकि विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मज़बूत किया जा सके और पूरे क्षेत्र में शांति, स्थिरता, विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिले।