चीनी राज्य परिषद सूचना कार्यालय ने "2024 में अमेरिका द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन पर रिपोर्ट" जारी की
17 अगस्त को चीनी राज्य परिषद सूचना कार्यालय ने "2024 में अमेरिका द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन पर रिपोर्ट" जारी की , जिसमें सत्ता और पूंजी की साठगांठ का पर्दाफाश करते हुए बताया कि अमेरिकी मानवाधिकार ने राजनीति को एक नाटक का खिलौना और सत्ता को एक "जुए का अड्डा" बना डाला हैं, जो मानवाधिकारों के मूल्यों और मूलभूत सार की वास्तविक आवश्यकताओं की विपरित दिशा में भटक गयी हैं।
रिपोर्ट ने अपनी "प्रस्तावना" के पहले हिस्से से लेकर "अमेरिकी लोकतंत्र: पूंजी और सत्ता की लूटमार का तमाशा ", "जनजीवन कल्याण: मेहनतकश वर्ग की चीखती पीड़ा ", "नस्लवाद: अल्पसंख्यकों की बेड़ियाँ", "कमज़ोर समूह: महिलाओं और बच्चों की बेबसी", "घातक सफ़र: अवैध प्रवासियों का विलाप", "अमेरिकी आधिपत्यवाद: अन्य देशों के मानवाधिकारों का दुःस्वप्न" और "समापन" जैसे हिस्सों में बांटा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2024 असल में अमेरिकी नागरिकों के लिए अपने राजनीतिक अधिकारों का उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण वर्ष होना चाहिए था, लेकिन वास्तविकता में पूंजी पाप ने राजनीति को जकड़ कर रखा हुआ है, राजनीति ने न्यायपालिका को बंधक बना डाला है, चुनावी नियमों ने मतदाताओं को दबोच कर रखा है , राजनीतिक हिंसा घटनाएँ बराबर घटती रही हैं, और अधिकांश अमेरिकी नागरिक तथाकथित अमेरिकी लोकतंत्र के प्रति गहरी निराशा महसूस कर रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका में ऊँची महंगाई ने अमीर-गरीब की खाई को और गहरा कर दिया है, मध्यम और निम्न आय वाले परिवारों को विनाशकारी झटका लगा है, बेघर लोगों की संख्या लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है; महँगी व अक्षम स्वास्थ्य तथा बीमा प्रणाली ने जनता का गुस्सा भड़का दिया है, नशीली दवाओं के दुरुपयोग ने लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाया है; हथियारों की हिंसा ने जनजीवन की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, पुलिस की मनमानूी हिंसा आम लोगों की जान ले रही है, और जेल में कैदियों को दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
रिपोर्ट में दिखाया गया है कि अमेरिका में नस्लीय भेदभाव की नफरत के जहर बेचे जा रहे है, न्यायिक प्रणाली पूरी तरह से नस्लीय भेदभाव की कड़ी बन चुकी है, अल्पसंख्यक जाति लंबे समय से नौकरी और जीवन में व्यापक भेदभाव और बहिष्कार का सामना कर रही हैं। पर्यावरणीय नस्लवाद ने नई चिंताए पैदा की हैं, यहां तक कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से नस्लीय भेदभाव को और अधिक सुदृढ़ करते हुए कहीं अधिक छिपे हाथों से घृणा के जाल बुन रहा है।
रिपोर्ट ने दावा करते हुए कहा कि अमेरिका लंबे समय तक आधिपत्यवादी , एकतरफावादी विचारधारा की अड़ियल रूख में जकड़ा हुआ है, अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल सिद्धांतों को कठोरता से पैरों तले रौंद रहा है, जो वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है।