चीन भारत के साथ समग्र हितों को ध्यान में रखकर मतभेदों का सही ढंग से समाधान करने का इच्छुक है
14 अगस्त को, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियेन ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि चीन, भारत के साथ मिलकर, दोनों देशों के नेताओं की महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, राजनीतिक आपसी विश्वास को लगातार बढ़ाने, आपसी आदान-प्रदान और सहयोग का विस्तार करते हुए समग्र हितों को ध्यान में रखकर मतभेदों का सही ढंग से समाधान करने के लिए तत्पर है।
एक पत्रकार ने पूछा कि हाल ही में अमेरिका-भारत संबंध चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जबकि चीन-भारत संबंधों में सकारात्मक रुझान दिख रहे हैं। चीन भारत के साथ अपने संबंधों के विकास को किस नजर से देखता है? दोनों देश अंतरराष्ट्रीय मंच पर कैसा सहयोग कर सकते हैं?
लिन जियान ने कहा कि चीन और भारत दोनों विकासशील बड़े देश हैं और "ग्लोबल साउथ" के महत्वपूर्ण सदस्य भी। एक-दूसरे की सफलता का साझेदार बनना और "ड्रैगन-हाथी का युगल नृत्य" को साकार करना, दोनों पक्षों के सही विकल्प है। चीन, भारत के साथ मिलकर, दोनों देशों के नेताओं की महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, राजनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने, आदान-प्रदान और सहयोग का विस्तार करने, समग्र हितों को ध्यान में रखकर मतभेदों का सही ढंग से समाधान करने और शांगहाई सहयोग संगठन जैसे बहुपक्षीय मंच पर सहयोग और समन्वय को मजबूत करने का इच्छुक है, ताकि चीन-भारत संबंधों का स्वस्थ और स्थिर विकास हो सके।
इसके अलावा, खबरो से पता चला है कि चीन और भारत अगले महीने से ही सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने वाले हैं, भारतीय सरकार ने तो एयरलाइंस से चीन की उड़ानें फिर से शुरू करने को तैयार रहने की मांग की है। इस पर, लिन जियान ने कहा कि चीन ने ऐसे संबंधित रिपोर्टों पर ध्यान दिया है। चीन और भारत की कुल जनसंख्या 2 अरब 80 करोड़ से अधिक है, इसलिये चीन के मुख्यभूमि और भारत के बीच सीधी उड़ानों की पुनःशुरुआत दोनों पक्षों के बीच लोगों की आवाजाही और आदान-प्रदान-सहयोग को सुगम बनाने में सहायक होगी। कुछ समय से, चीन और भारत इस मामले में करीबी संवाद बनाए रखे हुए हैं और जल्द से जल्द सीधी उड़ानों की पुनःशुरुआत के लिए अपने प्रयासों को बरकरार रखेंगे ।