चीनी प्रतिनिधि ने अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यवस्था बनाए रखने का आह्वान किया
संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू त्सोंग ने 11 अगस्त को समुद्री सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद की उच्च-स्तरीय खुली बहस को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यवस्था बनाए रखने का आह्वान किया।
फू त्सोंग ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून कन्वेंशन(यूएनसीएलओएस) समुद्री क्षेत्र में एक व्यापक कानूनी साधन और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संधियों व प्रथागत अंतर्राष्ट्रीय कानून के साथ, आधुनिक समुद्री व्यवस्था के आधार स्तंभ हैं। हमें अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यवस्था को दृढ़ता से बनाए रखना चाहिए, यूएनसीएलओएस की पूर्ण, सटीक और सद्भावनापूर्ण व्याख्या और अनुप्रयोग करना चाहिए, और चयनात्मक अनुप्रयोग व दोहरे मानदंडों को समाप्त करना चाहिए। हमें संकट संचार में सुधार करना चाहिए, क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करते हुए विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास करना चाहिए। समुद्री क्षेत्र और अधिकारों व हितों पर ऐतिहासिक विवादों को सीधे संबंधित पक्षों के बीच मैत्रीपूर्ण बातचीत के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए। हमें सच्चे बहुपक्षवाद को कायम रखना चाहिए, संयुक्त राष्ट्र की सक्रिय भूमिका का समर्थन करना चाहिए और समुद्री पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और समुद्र तल में वृद्धि जैसी चुनौतियों का मिलकर सामना करना चाहिए।
फू त्सोंग ने कहा कि जिस नीले ग्रह पर हम रहते हैं, वह महासागर द्वारा अलग-थलग द्वीपों में विभाजित नहीं है, बल्कि एक साझा भविष्य वाले समुदाय के रूप में महासागर द्वारा जुड़ा हुआ है। एक प्रमुख विकासशील समुद्री शक्ति के रूप में, चीन यूएनसीएलओएस के तहत अपने दायित्वों को सक्रिय रूप से पूरा करता है, वैश्विक महासागर शासन में रचनात्मक रूप से भाग लेता है, और समुद्री जैव विविधता समझौते पर सबसे पहले हस्ताक्षर कर इसकी मंज़ूरी बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ एक महासागर साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए व्यापक प्रयास करता रहेगा।