जापानी आक्रमण के विरुद्ध प्रतिरोध युद्ध विजय की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक विषय-वस्तु आधारित विनिमय बैठक जापान के नागोया में आयोजित
जापानी आक्रमण के विरुद्ध चीनी जन प्रतिरोध युद्ध और विश्व फासीवाद-विरोधी युद्ध विजय की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, नागोया स्थित चीनी महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित "इतिहास का स्मरण, भविष्य का सामना" चीन-जापान शांति एवं मैत्री आदान-प्रदान बैठक 3 अगस्त को जापान के आइची प्रान्त के नागोया में आयोजित की गई। इसमें चीन और जापान दोनों देशों के राजनेताओं, विशेषज्ञों और विद्वानों, गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों और युवाओं सहित 140 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
जापान में चीनी दूतावास के मंत्री चाओ पाओकांग ने अपने भाषण में कहा कि चीन शांतिप्रिय जापानी जनता के साथ मिलकर उन सभी गलत शब्दों और कार्यों के विरुद्ध दृढ़ता से लड़ने के लिए तैयार है जो आक्रमण के इतिहास को विकृत, महिमामंडित और नकारते हैं। चीन ऐतिहासिक सत्य की संयुक्त रूप से रक्षा करते हुए, मानवीय विवेक और न्याय को बनाए रखकर, शांति की मशाल को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाने का पक्षधर है।
नागोया में चीन की महावाणिज्य दूत यांग श्यैन ने अपने मुख्य भाषण में विश्व फासीवाद-विरोधी युद्ध की विजय में चीन के महत्वपूर्ण योगदान पर ज़ोर दिया। उन्होंने जापानी समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर इतिहास को याद रखने, उससे सीखने और चीन-जापान सम्बंधों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने की चीन की इच्छा व्यक्त की।
जापानी प्रतिनिधि सभा के सदस्य ईसाओ मात्सुदा ने कहा कि इतिहास को याद रखना और भविष्य की ओर देखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इतिहास पर चिंतन करने से शांति बनाए रखने और जापान-चीन सम्बंधों को आगे बढ़ाने के उनके संकल्प को बल मिलता है।