चीनी महावाणिज्य दूत श्वी वए ने हिंदी मीडिया "संमार्ग" को साक्षात्कार दिया

24 जुलाई 2025 को, चीनी महावाणिज्य दूत श्वी वए ने भारत के पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख हिंदी समाचारपत्र "संमार्ग" के साथ साक्षात्कार में भारत-चीन वीज़ा, सीधी उड़ान, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित विभिन्न पहलुओं से संबंधित जानकारी साझा की।

महावाणिज्य दूत श्वी वए ने बताया कि भारत सरकार द्वारा चीनी नागरिकों को पर्यटन वीज़ा की बहाली दोनों देशों के बीच लोगों के आवाजाही को सुगम बनाने का एक सकारात्मक कदम है। इससे द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूती मिलेगी और जनता के बीच बेहतर समझ विकसित होगी, जो सभी पक्षों के साझा हित में है।चीन ने अपनी तरफ से वीज़ा नीति में निरंतर सुधार लाने के माध्यम से भारत सहित अन्य विदेशी मित्रों के लिए चीन आने को अधिक सुविधाजनक बनाया है। वर्तमान में, महावाणिज्य दूतावास में वीज़ा आवेदन की संख्या फिलहाल कोरोना के पूर्व स्तर पर लौट आई है।चीन और भारत की संबंधित सरकारी एजेंसियों और प्रमुख एयरलाइनों ने हवाई मार्ग की बहाली के लिए काफी कारगर कार्य किये हैं। हम दोनों देशो की सीधी उड़ान संचालन के जल्द से जल्द बहाल होने की आशा करते हैं।

महावाणिज्य दूत श्वी वए ने ज़ोर देकर कहा कि भारत के पूर्वी क्षेत्र में सांस्कृतिक संसाधन समृद्ध हैं और वह पुरानी चीन-भारत मित्रता के गवाह हैं। इस वर्ष से अब तक, महावाणिज्य दूतावास ने चीनी विद्वानों और कलाकारों को भारत में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, तथा भारतीय प्रमुख मीडिया, कलाकारों और थिंक टैंक प्रतिनिधि मंडलों को चीन यात्रा करने का इन्तेजाम किया है। इससे दोनों देशों के कला, मीडिया और अकादमिक समुदायों के बीच पारस्परिक समझ गहरी हुई है और चीन-भारत सभ्यता के बीच अध्ययन के आदान-प्रदान को मजबूत किया हैं। वीज़ा, सीधी उड़ान जैसी पाबंदियों में धीरे-धीरे ढील आने के चलते, उम्मीद और विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि चीन-भारत के सांस्कृतिक एवं जनसम्पर्क और भी जीवंत होंगे,और द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास के लिए नई स्फूर्ति प्रदान करेंगे।