देश का पहला अभियान !  बृहत फिक्स्ड-विंग ड्रोन से चक्रवात की अग्रिम चेतावनी और निगरानी में नवीन सफलता


चित्र चीन एविशन इंडस्ट्री ग्रुप लिमिटेड से है

23 जुलाई को पत्रकारों को चीन एविशन इंडस्ट्री ग्रुप लिमिटेड से मिली जानकारी के अनुसार, " विंग ड्रैगन ड्रोन " आपातकालीन संस्करण ड्रोन ने हाल ही में चीन के ग्वांगचुओ में तूफान के गुजरने से पहले भेजी अग्रिम चेतावनी और निगरानी, और तूफान के गुजरने के बाद आपदा स्थिति की जांच और आपातकालीन नियंत्रण संचालन संचार अभियान की भविष्यवाणी में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है । यह चीन में पहली बार है जब एक बृहत फिक्स्ड-विंग ड्रोन ने चक्रवात की पूर्व-चेतावनी निगरानी को इतना बढ़िया अंजाम दिया। इसने “तूफान से होड़ लेने, तूफान का पीछा” करने वाले एक पूर्ण-श्रृंखला आपात प्रतिक्रिया मॉडल के निर्माण में आकर्षित सफलता प्राप्त की हैं।

विशेषज्ञों ने बताया कि हाल ही में जब तूफान "वेइपा" ग्वांगचुओ प्रांत के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा था, तब " विंग ड्रेगन ड्रोन" नामक मानव रहित विमान प्रणाली को त्वरित रूप से तैनात किया गया। इस प्रणाली ने प्रचंड हवा और मूसलधार बारिश जैसे अत्यंत नाजुक मौसम हालत की चुनौतियों का सामना करते हुए आपातकालीन नियंत्रण केंद्र को उच्च-मूल्य की अग्रिम चेतावनी और आपदा निर्धारित स्थान जैसी महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान कीं।

भयंकर हवा और भारी वर्षा जैसी चरम मौसम स्थितियों के आगे, मानव रहित ड्रोन ने अपनी उड़ान मार्ग को लचीले ढंग से अनुकूलित किया। इसमें लगे सिंथेटिक अपर्चर रेडार ने घने बादलों और बारिश की भारी परत को भेदते हुए कुंजीभूत क्षेत्रों की वास्तविक समय में निगरानी की सूचना प्रदान की । इस निगरानी से प्राप्त आंकड़े और चित्र तुरंत आपातकालीन नियंत्रण केंद्र को भेजे गए, जिससे तूफान से होने वाली संभावित क्षति का समय रहते आकलन करने, बचाव संसाधनों को पहले से तैनात करने और बाढ़ नियंत्रण व जल निकासी की रणनीतियों को वैज्ञानिक ढंग से तय करने में निर्णायक बढ़त मिली।

जैसे ही तूफ़ान "वेइपा" पएपू खाड़ी की ओर बढ़ी , "विंग ड्रेगन " आपातकालीन ड्रोन ने तूफ़ान के सीमा में प्रवेश करते ही निगरानी और आपातकालीन संचार सहायता का कार्य शुरू कर दिया। ड्रोन ने तूफ़ान मार्ग का पीछा करते हुए बेहद धुंधली दृश्यता जैसी अनेक प्रतिकूल परिस्थितियों को पछाड़ते हुए खेतों और सड़कों में जलभराव, नदियों के जलस्तर के उपर चढ़ने जैसी कुंजी स्थितियों की पहचान की। इन जानकारियों ने अग्रिम मोर्चे पर तैनात नियंत्रण केंद्र को राहत बलों की तैनाती, जीवन मार्गों को शीघ्र खोलने और दि्वतीयक आपदाओं की त्वरित जांच-बचाव जैसे कार्यों में भारी सहायता प्रदान की ।

इसके अलावा, ड्रोन पर लगे एरियल बेस स्टेशन उपकरण के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों को स्थिर और व्यापक पैमाने पर सार्वजनिक नेटवर्क सिग्नल कवरेज करने में कोई आंच नहीं आने दी। इस दौरान कुल 6000 से अधिक संदेश भेजे गए, जिससे ड्रोन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के अंदर और बाहर, राहत कार्यों से पहले और बाद में संपर्क बरकरार रखने वाली आपदा राहत " हवाई जीवन रक्षक मार्ग " की बलपूर्वक भूमिका निभाई ।