चीनी प्रतिनिधि ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा की रक्षा करने का आह्वान किया
22 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र में चीनी स्थायी प्रतिनिधि फू त्सोंग ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में "बहुपक्षवाद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना" विषय पर आयोजित उच्च-स्तरीय खुली बहस में भाषण दिया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा की रक्षा करने का आह्वान किया।
फू त्सोंग ने कहा कि 80 साल पहले, विश्व फासीवाद-विरोधी युद्ध ने एक बड़ी जीत हासिल की थी और "संयुक्त राष्ट्र चार्टर" ने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों को स्थापित किया, जो युद्ध को समाप्त करने और विश्व शांति की रक्षा करने के मानव जाति के साझा आदर्श को दर्शाता है। आज, 80 साल बाद, दुनिया उथल-पुथल और परिवर्तन के एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है, और शांति एवं विकास के लक्ष्य को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने मूल उद्देश्य की समीक्षा करने, बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा की रक्षा करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।
फू त्सोंग ने कहा कि विवादों का शांतिपूर्ण समाधान किया जाना चाहिए। देशों को एक-दूसरे की राष्ट्रीय संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे की उचित सुरक्षा चिंताओं को महत्व देना चाहिए, आपसी समझ और समायोजन के माध्यम से मतभेदों को सुलझाना चाहिए, और बातचीत और परामर्श के माध्यम से आम सहमति बनानी चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर प्रमुख शक्तियों को, आग में घी डालने और टकराव को भड़काने के बजाय, बातचीत और सहयोग का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
फू त्सोंग ने इस बात पर ज़ोर दिया कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की अडिग आधारशिला है, न कि कोई "मेनू" जिसे मनमाने ढंग से चुना जा सके। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ताकतवर द्वारा कमजोर को धमकाने के जंगल कानून को त्यागना चाहिए, संप्रभु समानता, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान जैसे चार्टर सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, सभी देशों की समानता पर जोर देना चाहिए, चाहे वे बड़े हों या छोटे, और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करनी चाहिए।