शीत्सांग कालीन की परंपरा और नवाचार


चित्र शिंगहवा एजेंसी से है

च्यांगज़े ज़िला शीत्सांग की प्रसिद्ध कालीन ( जिसे शीत्सांग भाषा में "खातिएन" कहा जाता है ) का घर है, जहाँ कालीन बुनाई की एक लंबी परंपरा रही है। शीत्सांग जाति के बांगत्येन, महिलाओं की पारंपरिक पोशाक का एक विशेष प्रतीक, समेत कालीन ( खातिएन ) की बुनाई कला को वर्ष 2006 में चीन की राष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधित्व मुद्दों की सूची में शामिल किया जा चुका है । च्यांगज़े जिला में उत्पादित शीत्सांग कालीन, तुर्की कालीन और फारसी कालीन के साथ मिलकर दुनिया के तीन प्रमुख प्रसिद्ध कालीनों में गिनी जाती है।

दानचंग छेंगलै शीत्सांग कालीन निर्माण कंपनी के प्रमुख हैं, जिन्हें बचपन से ही शीत्सांग कालीन संस्कृति में गहरी रुचि रही है।स्कूल से स्तनाक होने के बाद, उन्होंने एक पक्की नौकरी को त्याग कर अपने गृहनगर की कालीन कार्य में मन जुटा लिया ।" मैं इस परंपरा को भुलाए जाने नहीं देना चाहता," उनके अनुसार, "च्यांगज़े जिला की शीत्सांग कालीन एकमात्र उद्योग ही नहीं , बल्कि शीत्सांग संस्कृति का प्रतीक भी है। इसे परंपरा के झूले पर बिठाकर नवाचार का नया रूप प्रदान करते हुए आगे बढ़ाते रहना बहुत आवश्यक है।"

दानचंग छेंगलै को "परंपरा की मूल" अवधारणा को संरक्षित रखते हुए च्यांगज़े की पीढ़ी-दर-पीढ़ी शीत्सांग कालीन बुनाई तकनीक विरासत की आत्मा मानी जाने वाली "डंडी श्रृंखला आठ आकार गांठ बुनाई विधि" को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है। वहीं उसकी "नवाचार" डिजिटल तकनीक की शक्ति को शरीक कर "3D शीत्सांग कालीन" की प्रतिमा को प्राप्त कर परंपरा कला को आधुनिकता की ओर ले जाना भी उसका दूरगामी कर्तव्य है।


चित्र शिंगहवा एजेंसी से है

"च्यांगज़े शीत्सांग कालीनों के निर्माण में ऊन की धुलाई, सूत कातना, रंगाई, बुनाई और कटाई जैसे कई चरणों से गुजरना होता है। हमने रंगाई और बुनाई के दो मुख्य चरणों में कुछ तकनीकी सुधार किए हैं, जिससे हमारे उत्पादों में 3D के शानदार दृश्य प्रभाव प्राप्त हुए हैं।" दानचंग छेंगलै ने कहा।

उसने अपनी वास्तुकला की विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए पारंपरिक हस्तनिर्मित डिज़ाइनों को डिजिटल ड्रॉइंग में रूपांतरित किया। इसके साथ ही उसने "फोटो देखकर शीत्सांग कालीन बुनाई के लिए पेपर पैटर्न तकनीक" विकसित किया, जो डिजिटल डिज़ाइन में प्रत्येक रंग के धागे की गाँठ लगाने की दिशा और संयोजन विधि को सटीक रूप से चिह्नित करने का नवीन तरीका है। इस नवाचार ने न केवल उत्पादन क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाया, बल्कि जटिल नमूनों की निजीकृत बुनाई सेवा को भी संभव बनाया है ।


चित्र शिंगहवा एजेंसी से है

कलात्मक अभिव्यक्ति को और बेहतर बनाने के लिए, दानचंग छेंगलै की टीम ने रंगों के उपयोग से आकृति में नया रूप लाने की दिशा में आगे कदम बढ़ाने की कोशिश को जारी रखा है। पहले इस्तेमाल होने वाले 3 प्रकार के अंतराल रंगों को बढ़ाकर उन्होंने 7 प्रकार के ग्रेडिएंट डाई विकसित किए।"सटे हुए रंगो की स्वाभाविक बदलाव रंगाई त्रिआयामी प्रभाव की कुंजी होती है," उन्होंने कहा।

वर्तमान में, दानचंग छेंगलै की कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले पारंपरिक खातिएन उत्पाद अब 3D शीत्सांग कालीन, कलात्मक वॉल हैंगिंग कालीन , योगा मैट कालीन, कप कोस्टर कालीन आदि सिलसिलेवार नमूनों के रूप में विविध डिजाईनों में विस्तृत हो रहे हैं। डिज़ाइन में ड्रैगन-फीनिक्स, शीत्सांग ओपेरा का नीला मुखौटा, पोताला महल जैसे पारंपरिक सांस्कृतिक तत्वों को संरक्षित रखते हुए, आधुनिक फैशन की नयी धारा कारकों को भी सम्मिलत किया है। फिलहाल उत्पादों की बिक्री विदेशों के बाजारों में भी जा पहुंची हैं।