चीन ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का किया कड़ा विरोध
चित्र VCG से है
चीन ने रूस के खिलाफ लगाए गए यूरोपीय संघ के 18वें दौर के प्रतिबंधों में कुछ चीनी कंपनियों को शामिल करने और "निराधार" आरोपों पर दो चीनी वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगाने पर कड़ा विरोध जताया है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने 21 जुलाई को एक बयान में कहा कि चीन के बार-बार अनुरोध और विरोध के बावजूद यूरोपीय संघ ने यह कदम उठाया है, जो अस्वीकार्य है।
प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि चीन हमेशा ऐसे एकतरफा प्रतिबंधों का विरोध करता है जिनका अंतरराष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है और जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ की यह कार्रवाई चीन और यूरोपीय संघ के नेताओं द्वारा की गई आम सहमति की भावना के विरुद्ध है। प्रवक्ता के अनुसार, इन प्रतिबंधों का चीन-यूरोपीय संघ के आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के साथ-साथ वित्तीय सहयोग पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
चीन ने यूरोपीय संघ से आग्रह किया है कि वह चीनी कंपनियों और वित्तीय संस्थानों को सूचीबद्ध करने की अपनी "गलत प्रथा" को तुरंत बंद करे। प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि चीन अपनी कंपनियों और वित्तीय संस्थानों के वैध अधिकारों और हितों की दृढ़तापूर्वक रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।