चीनी और विदेशी विशेषज्ञों ने सभ्यताओं के आदान-प्रदान और आपसी सीख तथा मानवाधिकारों के विकास पर चर्चा की
चित्र VCG से है
चीन मानवाधिकार विकास फाउंडेशन द्वारा आयोजित "2025 चीन-मध्य एशिया मानवाधिकार विकास मंच" 15 जुलाई को चीन के शानक्सी प्रांत के शीआन में आयोजित किया गया। इस मंच का विषय "सभ्यताओं के आदान-प्रदान और आपसी सीख को गहरा करना और मानवाधिकारों के विकास के लिए मिलकर प्रयास करना" है। चीन और मध्य एशियाई देशों के सम्बंधित विभागों के अधिकारियों, विशेषज्ञों और विद्वानों, मीडिया पत्रकारों, मानवाधिकार संस्थानों और सामाजिक संगठनों के प्रमुखों सहित 60 से अधिक अतिथियों ने इस मंच में भाग लिया।
चीनी और विदेशी विशेषज्ञों ने "सभ्यता विविधता, एशियाई मूल्य और वैश्विक मानवाधिकार शासन" और "साझा भविष्य के समुदाय का निर्माण और मानवाधिकारों के विकास को बढ़ावा देना" जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया और संयुक्त रूप से इस बात पर चर्चा की कि मानवाधिकारों के क्षेत्र में चीन और मध्य एशियाई देशों के बीच आदान-प्रदान और आपसी सीख को कैसे और बढ़ाया जाए, मानवाधिकारों के विकास को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम किया जाए और एक घनिष्ठ चीन-मध्य एशिया साझा भविष्य के समुदाय के निर्माण में मदद की जाए।
चीन मानवाधिकार विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष श्ये फ़ूचैन ने कहा कि मानव सुख की खोज के मार्ग पर, किसी भी देश या राष्ट्र को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है, और हमें सहयोग के माध्यम से विकास को बढ़ावा देने और विकास के माध्यम से मानवाधिकारों को बढ़ावा देने पर ज़ोर देना चाहिए। चीन और पाँच मध्य एशियाई देश दोनों ही विकासशील देश हैं। हमें विकास रणनीतियों के समन्वय को मज़बूत करना चाहिए, साझा आधुनिकीकरण को बढ़ावा देना चाहिए, सभी देशों के लोगों को बेहतर लाभ पहुँचाना चाहिए और मानवाधिकार संरक्षण के स्तर में निरंतर सुधार करना चाहिए।