ली छ्यांग और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने संयुक्त रूप से 8वें चीन-ऑस्ट्रेलिया सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया

(CRI)13:27:31 2025-07-16

15 जुलाई की शाम को चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने पेइचिंग के जन वृहद भवन में 8वें चीन-ऑस्ट्रेलिया सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया। चीन-ऑस्ट्रेलिया चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और उद्यमों के लगभग 30 नेताओं ने इस में भी भाग लिया।

दोनों देशों के व्यापारिक समुदायों के प्रतिनिधियों के भाषणों को सुनने के बाद ली छ्यांग ने कहा कि इस वर्ष चीन-ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौते के लागू होने की 10वीं वर्षगांठ है। पिछले दशक में, चीन-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक और व्यापार सहयोग ने मजबूत लचीलापन और जीवंतता का प्रदर्शन किया है। वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक स्थिति में, चीन-ऑस्ट्रेलिया सहयोग को और भी गहरा करने की आवश्यकता है। दोनों देशों की आर्थिक संरचनाएं अत्यधिक पूरक हैं तथा औद्योगिक और बाजार एकीकरण के लिए ठोस आधार है, जो उन्हें स्वाभाविक साझेदार बनाता है। चीन और ऑस्ट्रेलिया को सहयोग सम्बंधों को और मजबूत करना चाहिए, व्यापार और निवेश के उदारीकरण और सुविधा को बढ़ावा देना जारी रखना चाहिए, और विकास के लिए अधिक मजबूत तालमेल बनाना चाहिए। यह दोनों देशों के समान हित में है।

ली छ्यांग ने कहा कि चीन और ऑस्ट्रेलिया दोनों के संयुक्त प्रयासों से द्विपक्षीय सहयोग न केवल मात्रात्मक विस्तार प्राप्त करेगा, बल्कि गुणात्मक छलांग भी प्राप्त करेगा। इससे दोनों देशों के उद्यमों के लिए नये अवसर पैदा होंगे। जब सरकार और उद्यम मिलकर काम करेंगे तभी विकास को बेहतर ढंग से बढ़ावा दिया जा सकेगा। चीन उच्च स्तरीय खुलेपन को बढ़ावा देना जारी रखेगा, घरेलू और विदेशी वित्त पोषित उद्यमों के साथ समान व्यवहार करेगा, और कानून के अनुसार चीन में विदेशी उद्यमों और उद्यमियों के अधिकारों और हितों की रक्षा करेगा।

अल्बानीज़ ने भाषण देते हुए कहा कि चीन ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। ऑस्ट्रेलिया और चीन की अर्थव्यवस्थाएं अत्यधिक पूरक हैं और सहयोग के फल से दोनों देशों के लोगों को लाभ मिलता है। ऑस्ट्रेलिया-चीन मुक्त व्यापार समझौते के प्रभावी होने के बाद से दस वर्षों में, इसने दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सम्बंधों के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में, द्विपक्षीय सम्बंध लगातार विकसित हो रहे हैं और दोनों देशों के व्यापारिक समुदाय सहयोग के प्रति उत्साहित हैं।