चीन और भारत के विदेश मंत्रियों ने पेइचिंग में वार्ता की

(CRI)10:33:14 2025-07-15

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 14 जुलाई को पेइचिंग में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ वार्ता की। वांग यी ने कहा कि पिछले साल राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधान मंत्री मोदी की कज़ान वार्ता में संपन्न अहम समानताओं ने चीन-भारत सम्बंध के सुधार और विकास के लिए दिशा दिखायी। चीन भारत के साथ समान कोशिश कर दोनों देशों के नेताओं की अहम समानताएं अच्छी तरह लागू कर नवोदित बड़े विकासशील देशों की रणनीतिक दूरदृष्टि दिखाने, निरंतर पारस्परिक राजनीतिक विश्वास बढ़ाने, एक साथ आगे बढ़कर आदान-प्रदान व सहयोग का विस्तार करने, समग्र स्थिति से मतभेदों का समुचित निपटारा करने और एससीओ समेत बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय मजबूत करने को तैयार है ताकि चीन-भारत सम्बंध के सतत्, स्वस्थ व स्थिर विकास को बढ़ावा मिले।

वांग यी ने कहा कि चीन भारत के साथ संवाद मजबूत कर एक साथ बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था, वैश्विक उत्पादन व सप्लाई चेन की स्थिरता और खुले व सहयोगी अंतर्राष्ट्रीय वातावरण की सुरक्षा करना, समानतापूर्ण व व्यवस्थित वैश्विक बहुध्रुवीकरण तथा सार्वभौमिक लाभकारी व समावेशी वैश्विक भूमंडलीकरण बढ़ाना, हाथ से हाथ मिलाकर वैश्विक दक्षिण के समान हितों की सुरक्षा करना और क्षेत्रीय शांति, स्थिरता, विकास व समृद्धि बढ़ाने का उत्सुक है।

जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन प्रतिस्पर्द्धात्मक प्रतिद्वंदियों के बजाय विकास के साझेदार हैं। भारत दूरगामी दृष्टि से चीन के साथ सम्बंध देखकर राजनयिक सम्बंध की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में समान हितों पर फोकस रखकर पारस्परिक लाभकारी सहयोग गहराने, लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने और एक साथ सीमांत क्षेत्रों की शांति व अमन चैन की रक्षा करने को तैयार है। दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सम्बंधों में सकारात्मक तत्व एकत्र करने की कोशिश कर मतभेद का वाद-विवाद बनने और स्पर्द्धा का मुठभेड़ बनने से बचना चाहिए। भारत रणनीतिक स्वतंत्रता पर कायम रहकर स्वतंत्र कूटनीति का पालन करता है। भारत चीन के साथ बहुपक्षीय क्षेत्रों में समन्वय मजबूत कर बहुध्रुवीय विश्व बनाना चाहता है। भारत चीन का एससीओ घूर्णन अध्यक्ष के नाते शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन का पूरा समर्थन करता है।