पेइचिंग में प्रदर्शित हुई 600 किमी/घंटा की रफ्तार वाली चीन की अत्याधुनिक मैग्लेव ट्रेन
चीन की राजधानी पेइचिंग में चल रहे 12वें विश्व हाई-स्पीड रेलवे सम्मेलन में एक ऐतिहासिक पल देखा गया, जब 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली सुपरकंडक्टिंग इलेक्ट्रिक हाई-स्पीड मैग्लेव ट्रेन को पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया।
इस अद्वितीय मैग्लेव ट्रेन को डिजाइन और निर्मित करने वाली सीआरआरसी छांगछुन रेलवे वाहन कंपनी के एक वरिष्ठ इंजीनियर ने बताया कि यह सुपरकंडक्टिंग इलेक्ट्रिक हाई-स्पीड मैग्लेव ट्रेन ऑन-बोर्ड सुपरकंडक्टिंग चुंबक और ट्रैक पर लगी विशेष कुंडलियों के बीच परस्पर क्रिया के माध्यम से काम करती है। यह परस्पर क्रिया ट्रेन और ट्रैक के बीच संपर्क रहित संचालन सुनिश्चित करती है, जिससे घर्षण समाप्त हो जाता है और अविश्वसनीय गति प्राप्त होती है।
इस ट्रेन की एक अनूठी विशेषता इसकी परिचालन विधि है। जब ट्रेन कम गति पर होती है, तो यह रबर के पहियों पर चलती है। हालाँकि, जैसे ही यह 150 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुँचती है, रबर के पहिये वापस खींच लिए जाते हैं और ट्रेन पूरी तरह से मैग्लेव मोड में आ जाती है। यह लचीलापन इसे जमीन पर सुरंगों सहित विभिन्न भू-रेखाओं पर लागू करने में सक्षम बनाता है।
सामान्य रेल वाहनों की तुलना में, मैग्लेव ट्रेनों के कई फायदे हैं। इनमें मजबूत चढ़ाई क्षमता, छोटा मोड़ त्रिज्या, उच्च ड्राइविंग गति, कम चलने वाला शोर, उच्च सुरक्षा और कोई यांत्रिक टूट-फूट नहीं शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप रखरखाव लागत भी कम आती है।