चीन ने इज़रायल और ईरान के बीच तनाव को शांत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया
संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू त्सोंग ने 20 जून को मध्य पूर्व की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की आपातकालीन सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तनाव को शांत करने के लिए मध्यस्थता और वार्ता को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया।
फू त्सोंग ने कहा कि इज़रायल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष में बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए हैं और दोनों पक्षों की सुविधाओं को नुकसान पहुंचा है। अगर संघर्ष और बढ़ेगा, तो न केवल संघर्ष करने वाले पक्षों को अधिक नुकसान होगा, बल्कि क्षेत्रीय देशों को भी बहुत नुकसान होगा।
उन्होंने और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आम सहमति का निर्माण करना चाहिए, शांति और वार्ता को बढ़ावा देने तथा तनाव को शांत करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
फू त्सोंग के अनुसार, पहला, तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता है। संघर्ष में शामिल पक्षों, विशेषकर इज़रायल को स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए यथाशीघ्र युद्ध विराम कर देना चाहिए। दूसरा, नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिए। संघर्ष में शामिल पक्षों को अंतर्राष्ट्रीय कानून का कड़ाई से पालन करते हुए निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचना, नागरिक सुविधाओं पर हमला करने से बचना तथा तीसरे देशों के नागरिकों की निकासी में सहायता करनी चाहिए। तीसरा, संवाद और बातचीत जारी रखने की आवश्यकता है। हमें ईरानी परमाणु मुद्दे को राजनीतिक रूप से दृढ़तापूर्वक हल करना चाहिए तथा वार्ता और बातचीत के माध्यम से ईरानी परमाणु मुद्दे को राजनीतिक समाधान के लिए पुनः पटरी पर लाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। चौथा, शांति को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों को एक साथ लाया जाना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को, संघर्षरत पक्षों पर विशेष प्रभाव रखने वाली प्रमुख शक्तियों को, स्थिति को शांत करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्राथमिक निकाय के रूप में सुरक्षा परिषद को इस सम्बंध में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए और चीन समय पर आवश्यक कार्रवाई करने में सुरक्षा परिषद का समर्थन करता है।
फू त्सोंग ने आगे बताया कहा कि चीन सभी पक्षों के साथ संपर्क और समन्वय को मजबूत करना, प्रयासों को साझा करना, न्याय को बनाए रखना और मध्य पूर्व में शांति बहाल करने में रचनात्मक भूमिका निभाना चाहता है।