चीन-अफ्रीका सहयोग: भविष्य की साझेदारी को मजबूत करती छांगशा बैठक

(CRI)09:58:47 2025-06-12

चीन-अफ्रीका सहयोग मंच (FOCAC) के परिणामों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए समन्वयकों की मंत्रिस्तरीय बैठक 11 जून को चीन के हुनान प्रांत स्थित छांगशा शहर में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस महत्वपूर्ण आयोजन में चीन और अफ्रीकी संघ के सदस्य देशों से 100 से अधिक मंत्रिस्तरीय अधिकारियों, अफ्रीकी संघ आयोग के प्रतिनिधियों और चीन में कार्यरत अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने भाग लिया।

बैठक के उद्घाटन समारोह में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने शिरकत की और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग का शुभकामना संदेश पढ़ा। फोरम के अफ्रीकी सह-अध्यक्ष, कांगो (ब्रेज़ाविल) के विदेश मंत्री जीन क्लाउड गाकोसो ने भी अपने राष्ट्रपति डेनिस ससौ नगेसो का बधाई पत्र पढ़कर सुनाया।

वांग यी ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति शी चिनफिंग के उन महत्वपूर्ण विचारों पर प्रकाश डाला, जिनमें चीन-अफ्रीका एकता और सहयोग के महत्व पर बल दिया गया है। उन्होंने अफ्रीका के साथ अपने खुलेपन और सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए चीन के लिए महत्वपूर्ण उपायों की घोषणा की। वांग यी ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और अफ्रीका को आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने और नए युग में साझे भाग्य वाले एक सर्वकालिक चीन-अफ्रीका समुदाय का निर्माण करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने स्मरण कराया कि पिछले सितंबर में आयोजित चीन-अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन ने चीन और अफ्रीका के लिए साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की एक नई यात्रा की शुरुआत की थी।

वांग यी ने दृढ़तापूर्वक कहा कि जैसे-जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्थिति अधिक अशांत और जटिल होती जाएगी, चीन और अफ्रीका को उतना ही अधिक एकजुट और मजबूत होना होगा। उन्होंने दोनों पक्षों से एक-दूसरे की मदद करने और वैश्विक दक्षिण में एकजुटता के रक्षक बनने का आह्वान किया। वांग यी ने इस बात पर भी बल दिया कि दोनों पक्षों को बाहरी दुनिया के लिए खुलेपन पर अटल रहना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय मुक्त व्यापार का समर्थन करना चाहिए। उनके अनुसार, चीन और अफ्रीका को आपसी लाभ और जीत-जीत परिणामों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, वैश्विक विकास सहयोग में भागीदार बनना चाहिए, तथा निष्पक्षता व न्याय को बनाए रखते हुए एक न्यायपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के रक्षक होने चाहिए। उन्होंने अंत में कहा कि दोनों पक्षों को आदान-प्रदान और आपसी सीख जारी रखनी चाहिए, जिससे विश्व सभ्यताओं की विविधता को बढ़ावा मिले।

अफ्रीकी देशों की ओर से, गाकोसो ने 2035 चीन-अफ्रीका सहयोग दृष्टिकोण के लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया और पेइचिंग शिखर सम्मेलन के परिणामों को लागू करने की अपनी प्रबल इच्छा व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि अफ्रीका टैरिफ और एकतरफा प्रतिबंधों के दुरुपयोग का विरोध करता है और चुनौतियों का सामना करने के लिए चीन के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।

इस बैठक के दौरान, विदेश मंत्री वांग यी ने कांगो (ब्रेज़ाविल) के विदेश मंत्री जीन क्लाउड गाकोसो, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री रोनाल्ड लामोला, जिबूती के विदेश मंत्री अब्दुल कादर उमर, घाना के विदेश मंत्री सैमुअल ओकुदजेटो, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) के विदेश राज्यमंत्री थेरेस काइकवाम्बा वैगनर, नाइजर के विदेश मंत्री बेकरी याउ संगारे, गिनी-बिसाऊ के विदेश मंत्री कार्लोस परेरा, नाइजीरिया के विदेश मंत्री युसूफ तुगगर, बुर्किना फासो के विदेश मंत्री करामोको जीन मैरी ट्राओरे और इथियोपिया के विदेश मंत्री गेडियन टिमोथियोस सहित कई अफ्रीकी गणमान्य व्यक्तियों से अलग-अलग मुलाकातें कीं।