"तुअंगहुआंग-युग की पुकार" संगीत नाटक ने सुनवाई बाधित बच्चों को कला आकर्षण का अनुभव प्रदान किया
चित्र शिंगहवा एजेंसी से है
संगीत नाटक " तुअंगहुआंग-युग की पुकार " 2025 का राष्ट्रीय दौरे का पहला पड़ाव चीन के नानचिंग शहर में आयोजित किया गया। नाटक की टीम ने विशेष रूप से नानचिंग बेहरे स्कूल से 100 सुनवाई बाधित छात्रों को नाटक देखने के लिए आमंत्रित किया। मंच के दोनों किनारे लटके बड़े स्क्रीन पर गाने के बोल संगीत नाटक के चलते समय समय पर प्रदर्शित करते हुए पेशेवर सांकेतिक भाषा शिक्षक की सहायता से दर्शकों को अनुवाद में सहायता प्रदान की। किशोर किशोरियां संगीत नाटक को पूरी लगन से देख रहे थे और कथा के अनुसार अपनी सच्ची आनंदमय भावनाओं को चेहरे पर प्रदर्शित कर रहे थे।
संगीत नाटक के लेखक और निर्देशक, चीन के राष्ट्रीय नाटक थिएटर के अध्यक्ष तियान छिनसिंग ने कहा कि तुंगहुआंग संस्कृति की जड़ हालांकि चीन में हैं, पर वह पूरी दुनिया की धरोहर ही है।
"मोकाओ की भावना" से उत्पन्न नयी कला प्रेरणा और नवाचार ऊर्जा प्राप्त करना, फिर उसे चीनी नाट्य भावना और नवीनतम डिजिटल तकनीक से मेल जोल कर उसमें नीहित हजारों वर्षों की सभ्यता युग की उल्लासपूर्ण जवानी को जगाना, और उसकी चमकती दमकती शानदार चीनी संस्कृति को दुनिया में प्रचार करना , हम सभी कलाकारों का युगांतरकारी कार्य है।
पूरे संगीत नाटक ने "एआई + 3डी + वास्तविक समय छायांकन व प्लस लाइव एनीमेशन इंटीग्रेशन" तकनीक को 60 मीटर ऊंची रंगीन स्क्रीन के बीच ताल मेल कर बिठाया है। इस प्रकार वे न सिर्फ़ पारंपरिक नाटक प्रदर्शन की पुरानी पद्धतियों और मंचीय वायु मंडल में नयी जान फूंकता है, बल्कि इतिहास और भविष्य, पूर्व और पश्चिम तत्वों का शानदार मेल-जोल कर दर्शकों को संगीत में डूब कर खो जाने का अनुभव उत्पन्न करता है।
नाटक के मंच पर, जब जब डिजिटल रूप से पुनर्निर्मित मोकाओ गुफा की भित्तिचित्र धीरे-धीरे मंच पर अपनी मनोरमता दर्शाती हैं, तो लगता है जैसे 21वीं सदी के 30वें दशक में तुंगहुआंग डिजिटल अनुसंधान केंद्र के ट्रेनी जांग रान और 20वीं सदी के 30वें के दशक के "तुंगहुआंग संरक्षक" छांग शुहोंग के बीच दो पीढ़ी के वायु मंडल को पार करते हुए एक आध्यात्मिक संवाद नवीनतम युग का आगमन शुरू कर रहा हो ।
संगीत नाटक स्थल पर, " तुअंगहुआंग-युग की पुकार " से प्रफुल्लित दृश्य जगह जगह देखे जा सकते हैं, जो सांस्कृतिक धरोहर को नयी पीढ़ी के मिलन का एक सुंदर चित्र दर्शाते हैं। हान शैली की पोशाक पहने दर्शक अपने कपड़ों में महकती सुगंध की लहर लिए मंच पर तुंगहुआंग कला को कहीं सौन्दर्य रूप से निखारती हैं, यह आधुनिक जीवन में पारंपरिक संस्कृति की जीवंत जवानी को खूबसूरती के साथ प्रदर्शित करती हैं।