धरती का सुनहरा मौसम·फसल बुआई
नमस्ते दोस्तों! मैं हूँ Sisi आपकी ट्रेवल प्रेमिका — जिसे घूमना-फिरना बहुत पसंद है! चीन के ल्युनर कैलेंडर के हिसाब से आज चीन के 24 ऋतुओं में से "फसल बुआई" का ऋतु है – जो गर्मी के मौसम की आधिकारिक शुरुआत का संकेत है। तो आइए मेरे साथ चलिए चित्रों जैसे खूबसूरत नजारों से भरपूर आनहुई के होंगछुअन गाँव की ओर, और महसूस करे वहां की फसल बुआई यानि मांगचुंग की खास रौनक का मजा !
"फसल बुआई में ना बोया, तो फिर करेगा पछतावा !" — इस पुरानी कहावत से यह स्पष्ट होता है कि प्राचीन काल में चीन के मेहनतकश किसानों को कृषि समय का कितना सटीक ज्ञान और गहरी समझ थी। यह वही समय होता है जब दक्षिण चीन में धान बोया जाता है और उत्तर में गेहूं की कटाई की जाती है। किसान समय को पकड़ते हुए मेहनत से खेती में एकदम जुट जाते हैं, और खेतों के चारो तरफ मेले की भारी रौनक से उठी उमंग और उत्साह से भरा माहौल जहां तहां नज़र आता है।
फसल बुआई के समय, यांग्त्सी नदी के मध्य और निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर रिमझिम वर्षा वाला "बरसात का मौसम" शुरू हो जाता है, जिसे "आलूबुखारा की बारिश" के नाम से भी पुकारा जाता है — क्योंकि इस समय आलूबुखारा पकना शुरू होता है। इस मौसम में होंगछुअन गाँव धुंधली बारीश की फुहारों में डूबा रहता है, मानो कोई परी-कथा की दुनिया में जी रहा हैं। सफेदी रंग की दीवारें के साथ भूरे रंग टाइलों से ठकी छतें और फिर हरे भरे पहाड़ तले बहती चांदी से चमकता पानी का घुलमिल जाना, सुभान-अल्लाह , यह एक रंगीन स्याही से बनी दिलकश मनमोहक चित्र नहीं तो और क्या हो सकती है।
फसल बुआई ऋतु आते ही फूलों की बहार धीरे-धीरे विदा लेने लगती है। सो आम तौर पर इस समय लोग "फूलों की देवी" की पूजा कर उसका आभार प्रकट करते हैं — तमन्ना करते हैं कि अगले साल फिर से पूरा चमन हरे-भरी फूलों की बहार लेकर उनकी दुनियां में चार चांद लगाएं। दुनिया के कई हिस्सों में फूलों के प्रति इसी तरह की श्रद्धा देखने को मिलती है। जैसे कि बुल्गारिया में हर साल "गुलाब महोत्सव" मनाया जाता है, जहाँ लोग नाचते हैं, गाते हैं और गुलाब की भरपूर फसल का जमकर जश्न मनाते हैं। प्रकृति की सुंदरता के प्रति का यह साझा प्रेम सभी सीमाओं को पार कर एक दूसरे को गले लगाता है।
कोहरा छाया में बसी घनी हरियाली , पवन के झोके से गिरे सूखे पत्तों के दर्मियान आलूबुखारा पेड़ों की झुरमुट में टपकती रिमझिम वर्षा। यह फसल बुआई का नजारा मेहनत की मिट्टी में उम्मीदों के बीज बोए जाते हैं, और आने वाली फसल की मीठी कल्पना आँखों में बस जाती है। तो बताइएगा , इस अति सुंदर मौसम में आप कौन-सी आशा या ख्वाहिश बोना चाहेंगे?